बाड़मेर. जिले के असाडी गांव में कोजाराम मेघवाल हत्याकांड मामले में निर्दोष लोगों को फंसाने और पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई के विरोध में सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आक्रोशित लोगों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के आगे महापड़ाव डाल दिया. इस दौरान कई वक्ताओं ने संबोधित करते हुए घटना को लेकर नाराजगी जाहिर की. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. प्रशासन के आश्वासन के बाद महापड़ाव समाप्त हुआ.
श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि एक व्यक्ति की हत्या की जाती है तो अपराधी को सजा मिलनी चाहिए. एक सभ्य समाज में किसी भी अपराधी के लिए कोई जगह नहीं है. दो-तीन अपराधियों के कारण पूरे परिवार को सजा दी जाए यह भी कहीं से उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि अपराधी कभी बचना नहीं चाहिए और निर्दोष को फंसाना नहीं चाहिए. मकराना ने बताया कि इस संबंध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. ज्यादातर मांगों पर सहमति बन गई है. उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बावजूद इसके कोई कार्रवाई होती है तो श्री राजपूत करणी सेना जयपुर में घेराव करेगी.
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ये है मामला : बता दें कि 12 अप्रैल को जिले के गिराब थाना इलाके में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के झगड़े में कोजाराम मेघवाल गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिन्हें अस्पताल लाया गया. यहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद से आक्रोशित दलित समाज के लोग जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए थे. चार दिन तक धरना प्रदर्शन चला. इसके बाद प्रशासन और दलित समाज के प्रतिनिधि मंडल के बीच हुई वार्ता में गिराब थानाधिकारी निम्बसिंह को निलंबित और डिप्टी पुष्पेंद्र सिंह आडा को एपीओ करने की अनुशंसा व पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा, सरकारी नौकरी समेत विभिन्न मांगे पूरी होने पर धरना समाप्त हुआ था.