बाड़मेर. एक बार फिर तस्करों की गैंग के बीच विवाद से गैंगवार की आशंका बढ़ गई है. हालांकि पुलिस ने लूट और अपहरण की बढ़ती वारदात को चुनौती के रूप में लिया है. पुलिस आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का दावा भी कर रही है.
दरअसल 21 नवंबर की रात हाथीतला टोल प्लाजा पर बाड़मेर शहर निवासी युवक पालनपुर गुजरात से नई स्कॉर्पियो लेकर आ रहा था. धोरीमना में होटल पर खाना खाने के बाद वह बाड़मेर की ओर आ रहा था. हाथीतला टोल पर कुछ बदमाशों ने उसकी गाड़ी के आगे-पीछे गाड़ियां लगा दी और युवक से स्कॉर्पियो समेत दो लाख लूट लिए और मौके से फरार हो गए.
इस घटना का बदला लेने के लिए दूसरी गैंग ने भी प्लानिंग की. दूसरी गैंग ने गाड़ियों से पीछा किया और फायरिंग कर लूट करने वाली गैंग के एक सदस्य को अगवा कर लिया. इस युवक को छोड़ने की एवज में 18 लाख रुपए की डिमांड भी रखी.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खीव सिंह भाटी ने बताया, कि जोधपुर में सब्जी का काम करने वाले पेमाराम के अपहरण की सूचना आई थी. पुलिस ने पूरे जिले में नाकाबंदी करवाई. जांच-पड़ताल में कुछ तथ्य सामने आए हैं.
एक-दो दिन पहले स्कॉर्पियो गाड़ी को छीनकर ले जाने का केस सदर थाना में दर्ज हुआ था. उसका इस केस से सीधा संबंध निकला है. जिन पर अपहरण का आरोप है, वो सभी एनडीपीएस की तस्करी के साथ ही दूसरे अपराधों में शामिल गैंग है.
नाकाबंदी और पुलिस के दबाव की वजह से अपहरणकर्ताओं ने रात के समय अपहृत युवक को छोड़ दिया. वह अब अपने घर पर है. उसके बयान लिए जा रहे हैं और सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने ये भी कहा, कि पुलिस इस पूरे मामले को एक चैलेंज के रूप में ले रही है. इस गैंग को गिरफ्तार करने और कानूनी शिकंजा कसने के लिए विशेष टीम बनाई गई है.
पढें. 45 ग्राम पंचायतों में 25 महिला सरपंच, कहा- जनता के भरोसे से मनोबल और विश्वास बढ़ता है
पुलिस ने बताया, कि लूट और अपहरण दोनों के तार आपस में जुड़े हुए हैं. इस घटनाक्रम का जल्द पर्दाफाश करेंगे और जिन्होंने यह घटना की है, वह जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे.