जयपुर: राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर वाद-विवाद के दौरान कई बार हंगामा और सत्ता पक्ष व प्रतिपक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई. कांग्रेस विधायक अमित चाचाण और मुकेश भाकर ने आरोप लगाया कि सरकार ने थाने, कचहरी और तहसील ठेके पर दे दिए हैं. उनके इन आरोपों पर सदन में हंगामा और दोनों पक्षों के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई. अजमेर (दक्षिण) से भाजपा विधायक अनित भदेल ने कहा, कांग्रेस ने पंथ निरपेक्षता को तुष्टिकरण और लोकतंत्र को परिवारवाद में बदल दिया. प्रदेश में पिछली सरकार ने पांच साल तक परिवारवाद को आगे बढ़ाया. सत्ता पक्ष के सभी विधायक मुख्यमंत्री बनकर घूम रहे थे और आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए थे. कांग्रेस के शासन में तुष्टिकरण की पराकाष्ठा देखी गई. उन्होंने आरोप लगाया कि इन्होंने, संविधान को तोड़ा-मरोड़ा. अब कांग्रेस से दलित वोटर शिफ्ट हो रहा है. इसलिए इन्हें दलित और संविधान की याद आ रही है.
बायतु विधायक ने उठाया लाल डायरी का मुद्दा: बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा, विधानसभा चुनाव के प्रचार में पीएम ने अपने भाषण में कई बार लाल डायरी का उल्लेख किया. लेकिन विधानसभा में दिए गए दोनों अभिभाषण से लाल डायरी गायब है. इन्हें इस पर सफाई सफाई देनी चाहिए कि लाल डायरी कहां है. यह सब जानना चाह रहे हैं. सरकार बार-बार जेजेएम में भ्रष्टाचार का जिक्र कर रही है. लेकिन एक साल में इन्हें किसने रोका.
उन्होंने कुकृत्य करने वाले शिक्षक पर कार्रवाई को लेकर सरकार का आभार जताया. वे बोले, एक दिन पेयजल पर अलग से चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने कहा, कोटा में खुदकुशी हो रही है. यह गलत है. बच्चों को तनाव क्यों है. संवैधानिक पद पर बैठे लोकसभा स्पीकर को कहना पड़ा कि कोटा सुरक्षित है. पश्चिमी राजस्थान में पिछले दिनों कंपनियां ओरण पर काम करना चाह रही थी. सरकार को मुंहबोली ओरण की जमीन ओरण के नाम दर्ज करनी चाहिए.
गणेशजी की तरह कर रहे मोदी का गुणगान: नोहर से कांग्रेस के विधायक अमित चाचाण ने कहा, केंद्र की सत्ता में बैठी सरकार लोकतंत्र की गरिमा गिरा रही है. भाजपा विधायक जब भी भाषण की शुरुआत करते हैं. गणेशजी की तरह पीएम मोदी का गुणगान करते हैं. उन्होंने डॉलर के मुकाबले रुपए की घटती कीमत को लेकर भी पीएम पर निशाना साधा. वे बोले, प्रदेश में थानों-तहसीलों की बोलियां लगती हैं. पोपाबाई का राज चल रहा है. इस पर कोई मंत्री बोल नहीं रहा है. इसके बाद सदन में हंगामा हुआ.
जाति के आधार पर तबादलों का आरोप: मुकेश भाकर बोले, केंद्र के बजट में एक बार फिर राजस्थान के किए एक भी घोषणा नहीं. वित्त मंत्री जिस राज्य की साड़ी पहनकर बजट पढ़ती हैं. उस राज्य के लिए ज्यादा घोषणाएं होती हैं. उन्होंने प्रदेश की वित्त मंत्री से आग्रह किया कि राजस्थान की साड़ियां निर्मला सीतारमण को भेंट करें. वे बोले, भाजपा को सींचने वाले राजे, किरोड़ी, देवीसिंह आज सरकार की बुराई कर रहे हैं. हमसे क्यों बढ़ाई करवाने में लगे हो.
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने जाट समाज के कर्मचारियों को टारगेट किया है. बिना वजह ट्रांसफर किए गए हैं. बाबू, लाइनमैन और चपरासी तक के तबादले कर दिए. मंत्री यह बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाए कि कर्मचारियों को दुर्भावना से प्रताड़ित किया जा रहा है. आपने थाने, कचहरी, तहसील सब ठेके पर दे दिए हैं. इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों में तीखी बहस हुई. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल में भी नोंक-झोंक हुई.
सरकार ने बनाया कोरोनकाल का मजाक: मंडावा से कांग्रेस की विधायक रीटा सिंह ने कहा, आपने कोरोनाकाल का मजाक बना दिया. पीएम ने पूर्ववर्ती सरकार के मैनजमेंट की सराहना की. लेकिन यह सरकार पीएम पर सवाल खड़े कर रही है. उन्होंने कहा, वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री रहते विकेकानंद मॉडल इंग्लिश मीडियम स्कूल खोली. सत्ता बदलने पर गहलोत सरकार ने उन्हें बंद नहीं किया बल्कि बजट का आवंटन किया. लेकिन अब यह सरकार पिछली सरकार के समय खोली गई महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की समीक्षा कर रही है. शिक्षा मंत्री शिक्षा के अलावा बाकि सभी विषय पर बोलते हैं.
कांग्रेस को राम और महाकुंभ से तकलीफ: हवामहल (जयपुर) से भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य ने कहा, उपचुनाव में हारने के बाद विपक्ष अल्पमत में आ गया है. प्रतिपक्ष के पास कहने को कुछ नहीं बचा. इसलिए अनर्गल चर्चा कर समय जाया कर रहे हैं. कोरोना और आपदा जैसी प्राकृतिक आपदा में जिम्मेदारी सरकार की थी. किसी भी कांग्रेस के नेता ने मदद नहीं की. सबको भगवान भरोसे छोड़ दिया गया था. 2014 के बाद देश में अभूतपूर्व बदलाव हुआ है. विपक्ष को इन फैसलों की तारीफ करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को भजन, सत्संग, तीर्थ, राम और महाकुंभ से तकलीफ है. कोरोना जैसी आपदा में सरकार होटलों में थी. बाबा साहब को सम्मान भाजपा ने दिया है.
ओरण-गोचर कंपनियों के चरणों में रख दिए: शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने युवा नीति के लिए सरकार को धन्यवाद दिया. राइजिंग राजस्थान को भी सफल बताया. फिर बोले, पश्चिमी राजस्थान से सौर ऊर्जा उत्पादन की कीमत आज सीमांत के लोग चुका रहे हैं. इससे बनने वाली बिजली पावर ग्रिड से दूसरे राज्यों को दी जा रही है. हमारे किसानों को बिजली नहीं मिल रही. सरकार ने ओरण और गोचर को भी मल्टीनेशनल कंपनियों के चरणों में रख दिया. सौर ऊर्जा से युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा. वे बोले, ओरण और गोचर खत्म होने से गोमाता कहां जाएगी. ओरण की जमीन के अलॉटमेंट के खिलाफ हमने मांग उठाई, तो मुकदमे दर्ज किए गए. उनहोने ऐसे प्रोजेक्ट में स्थानीय युवाओं को नौकरी में वरीयता देने की मांग की. उन्होंने कहा, पर्यावरण के लिए लोक देवताओं ने बलिदान दिया. लेकिन एक पेड़ मां के नाम पर लगाने वाले सौ-सौ पेड़ किसके नाम पर काट रहे हो.
सप्ताह में एक बार आता है पानी: फुलेरा से कांग्रेस विधायक विद्याधर चौधरी बोले, फुलेरा विधानसभा में सप्ताह में एक बार पानी आ रहा है. पहले जब यह मुद्दा उठाया तो मंत्री ने कहा था कि फुलेरा को 18 एमएलडी पानी स्वीकृत है. लेकिन दिया 9 एमएलडी ही जा रहा है. आधा पानी सप्लाई किया जा रहा है और सरकार दावा कर रही है कि सभी को पानी दिया जा रहा है. सरकार बिजली उत्पादन बढ़ाने का दावा कर रही है. अगर उत्पादन बढ़ा है तो बिजली जा कहां रही है. किसानों को बिजली नहीं मिल रही है. फुलेरा में कांग्रेस के वार्डों को चिह्नित कर बिजली कटौती की जा रही है. यह इस सरकार की भेदभाव की नीति है.
कार्यपालिका होती जा रही है हावी: भरतपुर से विधायक डॉ सुभाष गर्ग ने कहा, सीएजी रिपोर्ट में सामने आता है कि कार्यपालिका कैसे घोटाले करती है. वो रिपोर्ट चार-पांच साल बाद आती है. मंत्री इस रिपोर्ट को पढ़ें, तो पता चलेगा कैसे घोटाले हो रहे हैं. विश्वविद्यालय सफेद हाथी बन गए हैं. बाहर से कुलपति आ रहे हैं. दूसरे राज्यों में गड़बड़ी करने वालों को यहां कुलपति बनाया जा रहा है. सोचने की जरूरत है कि विधायिका के रोल को कम करते जा रहे हैं. कार्यपालिका का रोल बढ़ता जा रहा है. यह चिंताजनक है.