बाड़मेर. राजकीय अस्पताल की मोर्चरी के आगे दलित समाज पिछले 4 दिनों से शांतिपूर्ण तरीके से चार सूत्रीय मांग को लेकर धरने पर बैठा हुआ है. 4 दिन से धरना स्थल पर बैठी मृतक की मां और पत्नी की तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उनका तुरंत ही उपचार शुरू कर दिया है, फिलहाल मां और पत्नी का चिकित्सकों की देखरेख में उपचार चल रहा है.
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मृतक जितेंद्र के मामा देवेंद्र खींची ने बताया कि धरने के दौरान अचानक मृतक जितेंद्र की मां और पत्नी की तबीयत बिगड़ गई है. उन्होंने बताया कि उनके तबीयत में सुधार आ रहा है. देवेंद्र खींची ने कहा कि मृतक जीतू की मां और पत्नी पिछले 4 दिनों से अस्पताल की मोर्चरी के आगे भूखे-प्यासे अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए धरने पर बैठी हैं. दलित समाज के लोग बिना कोई नारेबाजी किए, अहिंसा और शांति पूर्ण रूप से धरना प्रदर्शन कर रहा है.
जानकारी के मुताबिक जीतू खटीक मामले में दलित समाज का धरना चार दिनों से जारी है. मामले में दलित समाज के लोग रविवार को भी मोर्चरी के आगे धरने पर डटे हुए हैं. उनकी मांग है कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच हो और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 302 के तहत कार्रवाई की जाए.