ETV Bharat / state

भारतीय सेना पाकिस्तान से सटे बाड़मेर में कर रही युद्धाभ्यास, 40 हजार जवान दिखा रहे दम - Barmer Maneuvers News

भारतीय सेना की सबसे ताकतवर-21 स्ट्राइक कोर पाकिस्तान से सटे बाड़मेर में युद्धाभ्यास कर रही है. इस युद्धाभ्यास में सेना के 40 हजार जवान अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे. इसमें पहली बार शूटर ग्रिड सेंसर का प्रयोग किया जाएगा. बता दें कि इस युद्धाभ्यास में जवान चंद घंटों में दुश्मन के इलाकों को कब्जे में लेने का पराक्रम दिखाएंगे.

भारतीय सेना युद्धाभ्यास न्यूज, Indian army maneuvers news
author img

By

Published : Nov 15, 2019, 11:33 PM IST

बाड़मेर. भारतीय सेना की सबसे ताकतवर-21 स्ट्राइक कोर पाकिस्तान से सटे बाड़मेर में युद्धाभ्यास कर रही है. इस युद्धाभ्यास में सेना के 40 हजार जवान अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे. इसमें पहली बार शूटर ग्रिड सेंसर का प्रयोग किया जाएगा. बता दें कि इस युद्धाभ्यास में जवान चंद घंटों में दुश्मन के इलाकों को कब्जे में लेने का पराक्रम दिखाएंगे. इस युद्धाभ्यास में 48 घंटों में जबरदस्त प्रहार के साथ आगे बढ़ते हुए दुश्मन के बड़े भूभाग पर कब्जा जमाने की नई रणनीति तैयार की गई है.

भारतीय सेना पाकिस्तान से सटे बाड़मेर में कर रही युद्धाभ्यास

सीमावर्ती जिले बाड़मेर में अपनी मारक क्षमता का परीक्षण करने के लिए 6 दिन तक काल्पनिक युद्ध का अभ्यास पूर्व सिंधु दर्शन का आयोजन दक्षिणी सेना के सुदर्शन चक्र कोर की ओर से किया जा रहा है. जिसमें 40 हजार से अधिक सैनिक अपने लड़ाकू कौशल को दिखा रहे हैं. महज 48 घंटे में दुश्मन के ठिकानों को फतह करने के लक्ष्य से थल सेना की टुकड़ियों ने बाड़मेर के एक इलाके में युद्ध जैसा नजारा प्रस्तुत किया. वहीं, चारों तरफ जोरदार माहौल की टैंको, गनों, रॉकेट लॉन्चर से निकले हुए बमों ने पूरी रेंज में एक ऐसा जीवंत जलजला प्रस्तुत किया कि सीमा पार बैठे पाकिस्तान तक भी आवाजें पहुंच गई.

पढ़ें- जैसलमेरः सेना के सिंधु सुदर्शन युद्धाभ्यास का दूसरा चरण 29 नवंबर से, 40 हजार से अधिक सैनिक लेंगे हिस्सा

इस युद्धाभ्यास के जरिए भारतीय सेना बदली परिस्थितियों को ध्यान में रख तैयार किए गए किसी भी युद्ध के अपने नए डॉक्ट्रेन को परख रही है. इस दौरान इंटीग्रेटेड फायर पावर की जोरदार नुमाइश की जा रही है. इस युद्धाभ्यास में आसमान से लेकर जमीनी हमले करने में सक्षम खास हथियारों के माध्यम से भारतीय सेना अपनी फायर पावर का प्रदर्शन किया. इस युद्धाभ्यास में टी-90 टैंकों, बीएमपी के साथ पहली बार युद्धाभ्यास में शामिल हो रही अत्याधुनिक K-9 वर्जा गन, 130MM गन, 105MM गन, बोफोर्स आदि के माध्यम से जबरदस्त मारक क्षमता के साथ दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर जमीनी हमला बोला.

बाड़मेर. भारतीय सेना की सबसे ताकतवर-21 स्ट्राइक कोर पाकिस्तान से सटे बाड़मेर में युद्धाभ्यास कर रही है. इस युद्धाभ्यास में सेना के 40 हजार जवान अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे. इसमें पहली बार शूटर ग्रिड सेंसर का प्रयोग किया जाएगा. बता दें कि इस युद्धाभ्यास में जवान चंद घंटों में दुश्मन के इलाकों को कब्जे में लेने का पराक्रम दिखाएंगे. इस युद्धाभ्यास में 48 घंटों में जबरदस्त प्रहार के साथ आगे बढ़ते हुए दुश्मन के बड़े भूभाग पर कब्जा जमाने की नई रणनीति तैयार की गई है.

भारतीय सेना पाकिस्तान से सटे बाड़मेर में कर रही युद्धाभ्यास

सीमावर्ती जिले बाड़मेर में अपनी मारक क्षमता का परीक्षण करने के लिए 6 दिन तक काल्पनिक युद्ध का अभ्यास पूर्व सिंधु दर्शन का आयोजन दक्षिणी सेना के सुदर्शन चक्र कोर की ओर से किया जा रहा है. जिसमें 40 हजार से अधिक सैनिक अपने लड़ाकू कौशल को दिखा रहे हैं. महज 48 घंटे में दुश्मन के ठिकानों को फतह करने के लक्ष्य से थल सेना की टुकड़ियों ने बाड़मेर के एक इलाके में युद्ध जैसा नजारा प्रस्तुत किया. वहीं, चारों तरफ जोरदार माहौल की टैंको, गनों, रॉकेट लॉन्चर से निकले हुए बमों ने पूरी रेंज में एक ऐसा जीवंत जलजला प्रस्तुत किया कि सीमा पार बैठे पाकिस्तान तक भी आवाजें पहुंच गई.

पढ़ें- जैसलमेरः सेना के सिंधु सुदर्शन युद्धाभ्यास का दूसरा चरण 29 नवंबर से, 40 हजार से अधिक सैनिक लेंगे हिस्सा

इस युद्धाभ्यास के जरिए भारतीय सेना बदली परिस्थितियों को ध्यान में रख तैयार किए गए किसी भी युद्ध के अपने नए डॉक्ट्रेन को परख रही है. इस दौरान इंटीग्रेटेड फायर पावर की जोरदार नुमाइश की जा रही है. इस युद्धाभ्यास में आसमान से लेकर जमीनी हमले करने में सक्षम खास हथियारों के माध्यम से भारतीय सेना अपनी फायर पावर का प्रदर्शन किया. इस युद्धाभ्यास में टी-90 टैंकों, बीएमपी के साथ पहली बार युद्धाभ्यास में शामिल हो रही अत्याधुनिक K-9 वर्जा गन, 130MM गन, 105MM गन, बोफोर्स आदि के माध्यम से जबरदस्त मारक क्षमता के साथ दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर जमीनी हमला बोला.

Intro:भारतीय सेना के जांबाज जवान इन दिनों रेगिस्तान के दोनों में 40 हजार जांबाज जवान युद्ध अभ्यास कर रहे हैं अब पाकिस्तान और चीन दोनों सावधान हो जाएं क्योंकि जांबाज जवान ऐसी परिस्थितियों में युद्ध अभ्यास कर रहे हैं जिसमें महज 48 घंटे के अंदर दुश्मन देश की सीमा पर कब्जा कर दिया जाए देखिए राजस्थान के रेगिस्तान में जांबाज जवानों देश भक्ति जिसे देख कर पाकिस्तान और चीन नींद उड़ जाएगी
Body:बाड़मेर में बीते काफी समय से ऐतिहासिक युद्धाभ्यास भारतीय सेना कर रही हैं। समय-समय पर भारतीय सेना अपनी युद्ध रणनीति में बदलाव करती रहती है। वर्तमान में तैयार की गई नई रणनीति के तहत महज 48 घंटों ने जबरदस्त प्रहार के साथ आगे बढ़ते हुए दुश्मन के बड़े भूभाग पर कब्जा जमाने की नई रणनीति तैयार की गई है। इसे परखने के लिए भारतीय सेना के चालीस हजार से अधिक जवान व अधिकारी थार के रेगिस्तान में  काल्पनिक युद्ध का अभ्यास पूर्व सिंधु दर्शन का कई दिन से पसीना बहा रहे है। भारतीय सेना पूर्व सुदर्शन चक्र वाहिनी का सीमावर्ती जिले बाड़मेर में अपनी मारक क्षमता का परीक्षण करने के लिए छ: दिन तक काल्पनिक युद्ध का अभ्यास पूर्व सिंधु दर्शन का आयोजन दक्षिणी सेना के  सुदर्शन चक्र  कोर द्वारा किया जा रहा है. जिसमें 40,000 से अधिक सैनिक अपने  लड़ाकू कौशल को  दिखा रहे है । महज 48 घंटे में दुश्मन के ठिकानों को फतह करने के लक्ष्य से थल सेना की टुकड़ियों ने बाड़मेर के एक इलाके में युद्ध जैसा नजारा प्रस्तुत किया। चारो तरफ जोरदार माहौल, की, टैंको, गनो, राॅकेट लाॅन्चर से निकले हुवें बमो ने पूरी रेंज में एक ऐसा जीवन्त जलजला प्रस्तुत किया सीमा पार बैठे पाकिस्तान तक भी आवाज़े पहुंच गई।  नव प्रवर्तित स्वप्रेरित तोपखाने प्रणाली) और स्वदेशी सशस्त्र के साथ यंत्रीकृत बलों का एकीकृत रोजगार हेलिकॉप्टर (वेपन सिस्टम इंटीग्रेटेड) 'रुद्र' इनोवेटिव टेक स्किल्स के साथ और आईएए की नेटवर्क कैडेटिक फोर्स के रूप में आगे रखना है।Conclusion:इस युद्धाभ्यास के जरिये भारतीय सेना बदली परिस्थितियों को ध्यान में रख तैयार किए गए किसी भी युद्ध के अपने नए डॉक्ट्रेन को परख रही है। इस दौरान इंटीग्रेटेड फायर पावर की जोरदार नुमाइश की जा रही है। इस युद्धाभ्यास में आसमां से लेकर जमीनी हमले करने में सक्षम खास हथियारों के माध्यम से भारतीय सेना अपनी फायर पावर प्रदर्षन किया। इस युद्धाभ्यास में सेना ने दिखाया कि उसने  टी-90 टैंकों, बी.एम.पी के साथ पहली बार युद्धाभ्यास में शामिल हो रही अत्याधुनिक के-9 वर्जा गन, जिसे भारत में तैयार किया गया हैं के साथ 130 एम.एम गन, 105 एम.एम गन, बोफोर्स आदि ने माध्यम से जबरदस्त मारक क्षमता के साथ दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों जमीनी हमला बोला गया। देखते ही देखते भारतीय सेना ने बड़े भूभाग पर अपना कब्जा जमा लेने के प्रदर्षन किया। पूरी रेंज भारत माता के जयजयकारो स कालिका माता की जय, बोले सो निहाल आदि से गूंजायमान हो उठी। सैनिको में जोष देखने को बन रहा था।


बाईट - सेना अधिकारी 
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.