बाड़मेर. राजस्थान में लगातार एसीबी की ओर से भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का दौर जारी है. इसी मामले पर राजस्थान के वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक हेमाराम चौधरी ने सरकार से यह मांग की है कि जो भी भ्रष्ट अधिकारी हैं उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए. चौधरी के अनुसार आज के समय में अधिकारी बिना रिश्वत लिए कामकाज नहीं कर रहे हैं और यही कारण है कि तहसीलदार 20 लाख रुपए भी जला देता है. इस समय सरकार का अधिकारियों पर किसी भी तरीके का अंकुश नहीं है. सरकार के पास तो यह लिस्ट होनी चाहिए क्योंकि इस समय कौन से अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्ट है. ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
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सचिन पायलट गुट के सबसे वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी ने इस दौरान कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में बहुत सारे काम हैं जो कि सही तरीके से नहीं हो रहे हैं. इसीलिए उन्हें मजबूरन 17 तारीख को विधानसभा में अपनी बात रखनी पड़ी क्योंकि जो कामकाज हो रहे हैं। उनकी क्वालिटी पूरी तरीके से घटिया है जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. हेमाराम चौधरी ने कहा कि जब मैंने 17 तारीख को विधानसभा में अपनी बात शक्ति से रखी तो 18 तारीख को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में कुछ घोषणाएं की.
हेमाराम चौधरी इन दिनों लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर है और लगातार जनसुनवाई कर रहे हैं तो इस दौरान बार-बार हेमाराम चौधरी यह कहते रहे हैं कि अधिकारी और कर्मचारी उनकी नहीं सुन रहे हैं जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. हेमाराम चौधरी ने सरकार से यह मांग भी कर डाली है कि अधिकारी और कर्मचारी जो भी भ्रष्ट है उनकी लिस्ट बनाई जाए और उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया जाए.