शिव (बाड़मेर). प्रदेश में जहां राज्य सरकार अपने तर्ज पर शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की कोशिश कर रही है. वहीं, बाड़मेर के शिव उपखंड के एक सरकारी स्कूल में अनोखी पहल देखने को मिल रही है. इस स्कूल के अध्यापकों ने पूरे स्कूल की काया बदल कर रख दी है. स्कूल में मौजूद गार्डन, दीवारों पर हुई चित्रकारी बच्चों को आकर्षित कर रही है.
विद्यालय भवन के बरामदे का रंग रोगन एवं चित्रकारी इस प्रकार की गई है कि दूर से ऐसे लगता है जैसे किसी पुल पर रेलगाड़ी गुजर रही है. संस्था प्रधान श्रवण जांगिड़ ने बताया कि एक वर्ष नामांकन केवल 80 का था. इस प्रकार के नवाचार के बाद यहां नामांकन में वृद्धि हुई है.
वर्तमान में 120 बच्चे हैं नामांकित
उन्होंने बताया कि अगले सत्र में उनका लक्ष्य 200 नामांकन एवं बच्चों के ठहराव का है. स्कूल में गार्डन, स्मार्ट क्लासेस, खिलौना बैंक है. इस स्कूल में केवल 4 शिक्षक कार्यरत हैं. इनमें से एक शिक्षिका प्रतिनियुक्ति पर हैं. शिक्षकों की पहल पर ग्रामीण ने सहयोग राशि एकत्रित कर विद्यालय के विकास में योगदान दिया है. यहां के नवाचार से प्रेरित होकर शिक्षा विभाग के अधिकारी ऐसे ही प्रयोग अन्य स्कुलों में करने के लिए विचार कर रहे हैं.
दीवारों पर बने जागरूकता का संदेश देते चित्रण
स्कूल की दीवारों पर पर्यावरण के लिए अमृता देवी का चित्रण किया गया है. इसके तहत एक पेड़ से महिला लिपटी है और कुछ लोग उस पेड़ को काट रहे हैं, पानी बचाने के लिए जल है तो कल है, बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए स्कूल भेजने, खेलकूद, विश्व, राजस्थान, भारत का मानचित्र सौर मंडल सहित अन्य प्रकार की जानकारियां लिखी गई है.
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एबीएल कक्ष की सुविधा
निजी स्कूलों की तर्ज पर एबीएल कक्ष बनाए गए हैं. इसके तहत दीवारों पर पेंटिग्स से हिसाब लगाओ, चक्कर बाकी का, गुणन पहिया, मानव शरीर के अंगों का वर्णन सहित अन्य प्रकार की जानकारियां दी गई है. जिससे विद्यार्थियों को याद करने में भी आसानी हो रही है.