बाड़मेर. पुलिस कांस्टेबल विश्वेंद्र सिंह अपने फर्ज को अंजाम देते हुए शहीद हो गए थे. उनकी स्मृति में पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने पुलिस लाइन के कंट्रोल रूम के प्रवेश द्वार का शिलान्यास किया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्ष 2019 में पचपदरा थाने में तैनात कांस्टेबल विश्वेंद्र सिंह तस्करों का पीछा करते हुए शहीद हो गए थे. जिस पर बाड़मेर पुलिस के जवानों और अधिकारियों ने मिलकर करीब चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता शहीद परिवार को दी थी, लेकिन शहीद के परिजनों ने आर्थिक रूप से सक्षम होने की बात कहते हुए राशि लेने से मना कर दिया.
जिसके बाद शहीद याद को चिरस्थाई बनाने के लिए पुलिस लाइन कंट्रोल रूम के गेट को बनाने का जिम्मा लिया गया. जिसका सोमवार को शहीद के परिजनों की मौजूदगी में शिलान्यास किया गया. शहीद के परिजन जोगाराम ने बताया कि अपनी ड्यूटी करते हुए शहीद हुए विश्वेंद्र सिंह की याद में कंट्रोल रूम के प्रवेश द्वार को बनाया जा रहा है. जिसको बनाने में करीब 3-4 लाख रुपए लगेंगे.
पढ़ें: चित्तौड़गढ़: आंखों में मिर्ची पाउडर झोंककर 3 लाख की लूट करने वाला बदमाश मथुरा से गिरफ्तार
गौरतलब है कि 15 अप्रैल 2019 में बाड़मेर के पचपदरा से नाकाबंदी तोड़कर भागे तस्करों का पीछा करते हुए गाड़ी पलट जाने से पुलिस के जवान विश्वेंद्र सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए थे. पचपदरा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर तस्करों को पकड़ने के लिए नाकाबंदी की थी. इस दौरान हरे रंग की गेटवे कार में सवार तस्कर नाकाबंदी तोड़ते हुए बाड़मेर की तरफ भागने लगे. तस्करों का पीछा करते वक्त झुंड गांव के मोड़ पर पुलिस की गाड़ी पलट गई. जिसमें कांस्टेबल विश्वेंद्र सिंह शहीद हो गए.