सिवाना (बाड़मेर). सिवाना उपखंड क्षेत्र के समदडी तहसील के किसानों ने मंगलवार को प्रदूषण निवारण एवं पर्यावरण संरक्षण समिति बालोतरा के तत्वाधान में संभागीय आयुक्त बाबुलाल कोठारी से मिलकर लूणी नदी में आ रहे रसायनिक युक्त दूषित पानी को रोकने को लेकर ज्ञापन दिया. समदड़ी क्षेत्र के किसानों ने रासायनिक प्रदूषण के रोकथाम की मांग को लेकर ज्ञापन में बताया कि समदड़ी क्षेत्र से बरसाती मौसम में बहने वाली लूणी में इन दिनों लंबे समय से जोधपुर और पाली जिले में संचालित हो रही टेक्सटाइल इकाइयों से रासायनिक प्रदूषित पानी छोड़ा जा रहा है.
लूणी नदी क्षेत्र के किसानों के लिए जीवन रेखा है. इस नदी में रासायनिक पानी आने से नदी बर्बाद हो रही है. साथ ही मीठे पानी के जल स्रोत कुएं, नलकूपों का पानी जहर बनता जा रहा है और नदी के किनारे स्थित खेत बंजर हो गए हैं.
वहीं किसान बताते हैं कि उनकी की रोजी-रोटी खेती है वो नष्ट हो रही है, जिससे किसान दुखी हुआ डरा हुआ महसूस कर रहे हैं. वहीं किसानों द्वारा पिछले लंबे समय से लूणी नदी में पाली और जोधपुर की इकाइयों से आने वाले रासायनिक प्रदूषण के रोकथाम की मांग उठाई जा रही है. लेकिन, सरकार और प्रशासन की ओर से प्रदूषण की रोकथाम पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिससे किसान परेशान है.
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किसानों के अनुसार जोधपुर जिले के भांडु, धुंधाड़ा, सालावास, धवा सहित कई गांवों में भी अवैध टेक्सटाइल मिलो का संचालन हो रहा है, जिसे बंद करवाया जाये, साथ ही बताया की गावों में संचालित टेक्सटाइल इकाइयों में बालोतरा से गाड़ियों में भरकर अवैध रूप से कपड़ा धुलाई के लिए आता हैं ऐसे वाहनों को जब्त कर कार्रवाई की मांग की साथ ही इन क्षेत्रों में संचालित हो रही अवैध टेक्सटाइल इकाइयों को बंद करवाने की मांग की.
वहीं किसानों ने कहा की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक कार्रवाई कर तुरंत प्रभाव से लूणी नदी में रासायनिक प्रदूषण पानी की आवक को बंद करवाये जावें. अन्यथा किसानों को मजबूरी में आंदोलन पर उतारू होना पड़ेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की रहेगी.