बाड़मेर. आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना की आमुखिकरण कार्ययोजना और क्लिनिकल ईस्टेब्लिस्मेंट एक्ट की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ. यह कार्यशाला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य भवन में आयोजित हुई. इसमें समस्त खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी, निजी नर्सिंग होम, निजी लैब के संचालक और उनके प्रतिनिधियों से उक्त कार्यशाला पर विस्तृत चर्चा की गई.
वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी ने बताया की आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना 1 सितम्बर से पुरे राज्य में लागू की गई है. जिसमे एनऍफएसए और सीईएसएस के अंतर्गत आने वाले परिवारों को निजी और सरकारी अस्पताल में एक वित्तीय वर्ष में 30 हजार से 3 लाख तक की आईपीडी सेवाएं निशुल्क दी जाएगी. उन्होंने आमजन से अनुरोध करते हुए कहा कि अस्पताल में जाते समय जन आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड साथ में जरूर साथ ले जाए. जिससे इस योजना का लाभ मिल सके.
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साथ ही डॅाक्टर ने बताया कि क्लीनिकल इस्टेब्लिस्मेंट एक्ट गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के लिए सभी निजी लैब, नर्सिंग होम का प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन 15 सितंबर तक अनिवार्य है. इस हेतु नोमिनल चार्ज, बायोमेडिकल वेस्ट और अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता होती है. जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रीतमोहिंदर सिंह ने बताया की बाड़मेर ने राज्य में लगातार मीजल्स-रुबैला अभियान में स्टाफ के कठिन परिश्रम से प्रथम स्थान पर कायम है. उन्होंने कहा कि मीजल्स-रुबैला अभियान के अंतिम चरण में सभी चिकित्सा संस्थानों और स्टाफ को सहयोग करने की बात कही. जिससे मीजल्स-रुबैला अभियान में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जा सके.