बाड़मेर. कोराना काल के बीच 22 अगस्त से शुरू हुए 11 दिवसीय गणेश महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कोविड-19 की वजह से इस बार बड़े आयोजन न करके घर-घर में गणपति की स्थापना की गई. वहीं, गणेश महोत्सव के इन 11 दिनों में कई अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की गई. मंगलवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ बाड़मेर के जसदेर तालाब में गणपति की प्रतिमाओं का विसर्जन कर बप्पा को विदाई दी.
कोरोना की वजह से इस बार गणेश चतुर्थी को लेकर गली मोहल्लों में बड़े कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए हैं. इस बार गणेश चतुर्थी के दिन भक्तों ने अपने घरों में गणपति बप्पा की मूर्ति की स्थापना करके 11 दिनों तक बड़े उत्साह के साथ गणपति महोत्सव मनाया गया. मंगलवार को अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा को बड़े धूमधाम के साथ विसर्जित किया गया.
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जसदेर तालाब में गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन करने पहुंच रहे लोगों ने बताया कि कोरोना की वजह से कोई बड़े आयोजन नहीं कर के घर में ही गणपति बप्पा की छोटी प्रतिमा की स्थापना की. 11 दिन तक उनकी पूजा-अर्चना कर आज अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति की प्रतिमा को विसर्जित किया है. भक्त 11 दिनों बाद बप्पा को नम आंखों से विदाई दे रहे हैं.
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बता दें कि बाड़मेर में हर साल गणेश उत्सव को लेकर कई बड़े-बड़े आयोजन होते हैं. विसर्जन के दिन तो दिन भर ट्रैक्टरों और डीजे की धुन पर रंग गुलाल उड़ाते हुए बड़ी संख्या में लोग जसदेर तालाब पहुंचकर प्रतिमाओं को विसर्जित करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से गणेश उत्सव के बड़े आयोजन नहीं देखने को मिले.