बाड़मेर. लाॅकडाउन के दौरान बाड़मेर के आरएसएस कार्यालय पर एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. यहां पर रोजाना 200 लोगों के लिए खाने-पीने के पैकेट बनाए जा रहे हैं. आरएसएस कार्यकर्ता अपनी जान जोखिम में डालकर गरीब और मजदूर भूखा ना रहे इसके लिए जी जान से लगे हुए हैं. अब तक एक हजार से अधिक लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई गई है. उस राहत सामग्री के एक पैकेट में इतना सामान होता है कि, एक छोटा परिवार पांच दिन तक अपना गुजारा कर सकता है.
आरएसएस के सह जिला संघचालक मनोहर बंसल ने बताया कि, जिस तरीके से लॉकडाउन में सबसे पहले जनता कर्फ्यू के दौरान हमें अंदाजा हो गया था कि, हालात बिगड़ सकते हैं. इसलिए हमने पहले ही अपने कार्यकर्ताओं से उनके आसपास की कच्ची बस्तियों का सर्वे करा लिया था और इस बात का पता लगा लिया था कि, ऐसे कितने परिवार हैं जो रोज कमाते और खाते हैं. उन्हीं परिवारों के लिए हमने ये व्यवस्था कर रखी है. जिसके अंदर 5 किलो आटा के साथ बाकी सारा सामान है, जो एक परिवार में 5 दिन के लिए पर्याप्त है.
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उन्होंने बताया कि, संघ के कार्यकर्ता कार्यालय में ही इस तरीके के पैकेट बनाते हैं और उसके बाद अलग-अलग टीमें बनाकर इन पैकेट को देने के लिए रवाना हो जाते हैं. इस दौरान हम सावधानियां का भी पूरे तरीके से ख्याल रखते हैं. इस वक्त कोई इंसान भूखा ना रहे, इसलिए हम दिन रात लगे हुए हैं. बस इतना सा मकसद है कि, इस महामारी में कोई भी अपने आप को असहाय महसूस ना करें.