बाड़मेर. जिले में ऑयल फील्ड में काम कर रही कंपनियों ने निजी ठेकेदारों को पिछले लंबे समय से बकाया पेमेंट नहीं दिया है. ठेकेदार लगातार जिला मुख्यालय पर कलेक्टर को ज्ञापन देकर बकाया पेमेंट दिलाने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, विधायक मेवाराम जैन, जिला कलेक्टर विश्राम मीणा के साथ ठेकेदारों की बैठक की. जिसमें ठेकेदारों ने निजी ऑयल कंपनी से बकाया दिलवाने की मांग की.
जानकारी के अनुसार जिले में पिछले लंबे समय से तेल की खोज में जुटी एक निजी कंपनी में निजी ठेकेदारों का लगभग 200 करोड़ से अधिक रुपए बकाया है. ऐसे में ठेकेदार मजदूरों का पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं. मजदूर बार-बार ठेकेदारों से पेमेंट देने की मांग कर रहे हैं. वहीं पेमेंट नहीं देने पर मजदूर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और विधायक मेवाराम जैन से बार मुलाकात कर बकाया पेमेंट दिलाने को लेकर दबाव बना रहे हैं. इस संबंध में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, विधायक मेवाराम जैन और जिला कलेक्टर विश्राम मीणा की मौजूदगी में कंपनी के ठेकेदारों के बीच बैठक आयोजित हुई.
ठेकेदारों ने बताया कि, पिछले लंबे समय से केयर्न कंपनी में हमारा 200 करोड़ से अधिक का पेमेंट बकाया है. कंपनी कोरोना का हवाला देते हुए पेमेंट नहीं कर रही है. ऐसे में हम आगे मजदूरों को पेमेंट नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे में मजदूर राजस्व मंत्री और विधायक को पेमेंट दिलाने की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर उन्होंने हमें बुलाया है.
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साथ ही ठेकेदारों ने बताया कि, उन्होंने कई बार कलेक्टर को ज्ञापन देकर कंपनी से बकाया पेमेंट दिलवाने की मांग की है. जिससे की वह मजदूरों का भुगतान कर सके. उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई पैसा नहीं है इसलिए हमारे हाथ खड़े हैं. जब तक हमें पैसे नहीं मिलेंगे हम मजदूरों को भुगतान नहीं कर सकते हैं. हम लगातार जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में मध्य रस्ता कर भुगतान दिलाने की मांग कर रहे हैं लेकिन बावजूद इसके अब तक कोई समाधान नहीं निकला है.
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वहीं ठेकेदारों ने बताया कि, इस संबंध में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, विधायक मेवाराम जैन और जिला कलेक्टर की मौजूदगी में हमारे साथ बैठक आयोजित हुई. जिसमें हम ने मांग की है कि, हमारा बकाया पेमेंट जल्द दिलवाए ताकि हम मजदूरों का भुगतान कर सके. इस पर उन्होंने आश्वासन दिया है कि, वे कंपनी के अधिकारियों को बुलाकर इस संबंध में शीघ्र ही कोई समाधान निकालेंगे. साथ ही ठेकेदारों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर उन्हें 7 दिनों में पेमेंट नहीं मिला तो वह कंपनी के गेट के आगे धरना प्रदर्शन करेंगे और काम रोक देंगे.