ETV Bharat / state

कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने कहा- मेरी सरकार में नहीं हो रही सुनवाई, धैर्य ने दिया जवाब तो दे दूंगा इस्तीफा

मध्यप्रदेश मे चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच राजस्थान के कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी का कहना है कि सरकार में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. अब अगर मेरे धैर्य ने जवाब दिया तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.

Barmer News, विधायक हेमाराम चौधरी
कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने दी चेतावनी
author img

By

Published : Mar 12, 2020, 12:17 PM IST

Updated : Mar 12, 2020, 1:18 PM IST

बाड़मेर. मध्य प्रदेश की सियासी घटनाक्रम के बीच राजस्थान के कद्दावर जाट नेता और वर्तमान में कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि मध्यप्रदेश में ज्योतिराज सिंधिया की सरकार ने नहीं सुनी. इसके चलते ये हालात बने. साथ ही कहा कि राजस्थान में मेरी भी बात नहीं सुनी जा रही है. जनता का कोई कामकाज नहीं हो रहा है. जो घोषणा पत्र में हमने जनता से वादे किए थे, उस पर कोई खास काम नहीं हो रहा है. इसलिए मुझे भी ये कहना पड़ रहा है कि राजनीति में भी सरकारी नौकरियों की तरह वीआरएस की जगह वीआरपी होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी टिकट की चाह नहीं की. लेकिन, 2013 में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के फोन के कारण मैंने चुनाव लड़ा और इस बार भी मुझे पार्टी ने जबरदस्त तरीके से चुनाव लड़ा था. अब मैं जनता का काम नहीं कर पा रहा हूं. मुझे इस बात का बेहद दुख है और आज चापलूसी का जमाना है. कोई भी नेता सीधा और साफ नहीं बोलता, क्योंकि हर किसी को अपनी कुर्सी प्यारी है. मैं यह चाहता हूं कि जनता की आवाज सरकार सुने. मैंने कई बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी बता दिया है, लेकिन कई मामलों में मेरी सुनवाई नहीं हुई है.

पढ़ें: मध्य प्रदेश से जयपुर आए कांग्रेसी विधायक रिसॅार्ट में आराम फरमाते नजर आए, जा सकते हैं घूमने


उन्होंने कहा कि अब अगर मेरे धैर्य ने जवाब दिया तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. राजस्थान में आगे क्या होगा. इस पर में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. लेकिन, सरकार ने मुझे जैसे सीनियर की भी सुनवाई नहीं हो रही है तो आप समझ सकते हैं कि क्या हाल है.

बाड़मेर. मध्य प्रदेश की सियासी घटनाक्रम के बीच राजस्थान के कद्दावर जाट नेता और वर्तमान में कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि मध्यप्रदेश में ज्योतिराज सिंधिया की सरकार ने नहीं सुनी. इसके चलते ये हालात बने. साथ ही कहा कि राजस्थान में मेरी भी बात नहीं सुनी जा रही है. जनता का कोई कामकाज नहीं हो रहा है. जो घोषणा पत्र में हमने जनता से वादे किए थे, उस पर कोई खास काम नहीं हो रहा है. इसलिए मुझे भी ये कहना पड़ रहा है कि राजनीति में भी सरकारी नौकरियों की तरह वीआरएस की जगह वीआरपी होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी टिकट की चाह नहीं की. लेकिन, 2013 में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के फोन के कारण मैंने चुनाव लड़ा और इस बार भी मुझे पार्टी ने जबरदस्त तरीके से चुनाव लड़ा था. अब मैं जनता का काम नहीं कर पा रहा हूं. मुझे इस बात का बेहद दुख है और आज चापलूसी का जमाना है. कोई भी नेता सीधा और साफ नहीं बोलता, क्योंकि हर किसी को अपनी कुर्सी प्यारी है. मैं यह चाहता हूं कि जनता की आवाज सरकार सुने. मैंने कई बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी बता दिया है, लेकिन कई मामलों में मेरी सुनवाई नहीं हुई है.

पढ़ें: मध्य प्रदेश से जयपुर आए कांग्रेसी विधायक रिसॅार्ट में आराम फरमाते नजर आए, जा सकते हैं घूमने


उन्होंने कहा कि अब अगर मेरे धैर्य ने जवाब दिया तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. राजस्थान में आगे क्या होगा. इस पर में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. लेकिन, सरकार ने मुझे जैसे सीनियर की भी सुनवाई नहीं हो रही है तो आप समझ सकते हैं कि क्या हाल है.

Last Updated : Mar 12, 2020, 1:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.