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बाड़मेर: 7 साल के बालक को कोबरा सांप ने डसा

बाड़मेर जिले के सड़ा गांव में कोबरा सांप के काटने का मामला सामने आया है. बता दें कि डायाराम को सर्पदंश होने की वजह से गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया. वहीं अब बच्चे की हालत खतरे से बाहर है.

बाड़मेर सर्पदंश न्यूज, Barmer Snakebite News
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Published : Sep 19, 2019, 11:07 PM IST

सिणधरी(बाड़मेर). जिले के सड़ा गांव में कोबरा सांप के काटने का मामला सामने आया है. बता दें कि डायाराम को सर्पदंश होने की वजह से गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया. बालक को जहरीले कोबरा प्रजाति के सांप ने डस लिया था जिससे वो मूर्छित हो गया था. अस्पताल में शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अर्जुन विश्नोई के दो घंटे तक किए गए अथक प्रयासों के बाद सर्पदंश से पीड़ित बच्चे की जान बच गई.

कोबरा सांप के काटने से बालक घायल

जानकारी के अनुसार गुरुवार सुहब करीब 10 बजे सडा़ निवासी भगाराम मेगवाल अपने 7 वर्षीय लड़के डायाराम, जिसे कोबरा प्रजाति के सर्प ने काटा था, उसे बेहोशी की हालत में राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिणधरी में लेकर आए. सर्पदंश से पीड़ित बच्चे की सांस प्रक्रिया पूर्ण रुप से बंद हो चुकी थी. गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉ विश्नोई और मेडिकल स्टॉफ ने तुरंत प्रभाव से इलाज शुरू किया. वहीं, इलाज के दौरान शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्जन विश्नोई के घंटों तक किए अथक प्रयास आखिरकार सार्थक हुआ और बच्चे ने सांस लेना शुरू किया.

पढ़ें- जयपुरः महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रमों को लेकर बैठक

डॉक्टर विश्नोई ने बताया कि बच्चे को करीब 11:30 बजे के आसपास अस्पताल में लाए थे. बच्चे की हालत गंभीर थी, कोबरा प्रजाति के सांप के काटने से बच्चा पूरी तरह से सांस लेना बंद कर दिया था, जिसको लेकर सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं के अनुसार हमने इलाज किया. उन्होंने कहा कि जान बच गई है अब बच्चा खतरे से बाहर है.

सिणधरी(बाड़मेर). जिले के सड़ा गांव में कोबरा सांप के काटने का मामला सामने आया है. बता दें कि डायाराम को सर्पदंश होने की वजह से गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया. बालक को जहरीले कोबरा प्रजाति के सांप ने डस लिया था जिससे वो मूर्छित हो गया था. अस्पताल में शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अर्जुन विश्नोई के दो घंटे तक किए गए अथक प्रयासों के बाद सर्पदंश से पीड़ित बच्चे की जान बच गई.

कोबरा सांप के काटने से बालक घायल

जानकारी के अनुसार गुरुवार सुहब करीब 10 बजे सडा़ निवासी भगाराम मेगवाल अपने 7 वर्षीय लड़के डायाराम, जिसे कोबरा प्रजाति के सर्प ने काटा था, उसे बेहोशी की हालत में राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिणधरी में लेकर आए. सर्पदंश से पीड़ित बच्चे की सांस प्रक्रिया पूर्ण रुप से बंद हो चुकी थी. गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉ विश्नोई और मेडिकल स्टॉफ ने तुरंत प्रभाव से इलाज शुरू किया. वहीं, इलाज के दौरान शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्जन विश्नोई के घंटों तक किए अथक प्रयास आखिरकार सार्थक हुआ और बच्चे ने सांस लेना शुरू किया.

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डॉक्टर विश्नोई ने बताया कि बच्चे को करीब 11:30 बजे के आसपास अस्पताल में लाए थे. बच्चे की हालत गंभीर थी, कोबरा प्रजाति के सांप के काटने से बच्चा पूरी तरह से सांस लेना बंद कर दिया था, जिसको लेकर सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं के अनुसार हमने इलाज किया. उन्होंने कहा कि जान बच गई है अब बच्चा खतरे से बाहर है.

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कोबरे सार्प के कांटे बालक का सीएससी पर हुआ उपचार, अब हालत खतरे से बाहर है।

सिणधरी(बाड़मेर)

“जांको राखे सांया मार सके न कोय” वाली कहावत उस समय सही साबित हुई जब सडा़ निवासी भगाराम का 7 वर्षीय पुत्र डायाराम को बेहोशी की हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिणधरी में लाया गया।

डायाराम को सर्पदंश होने की वजह से गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया, बालक को जहरीले कोबरा प्रजाती के सर्प ने डस लिया था जिससे वो मूर्छित हो गया था। गंभीर हालत में बालक को अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया जहां शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डा.अर्जुन विश्नोई के दो घंटे तक किए गए अथक प्रयासों के बाद सर्पदंश से पीडि़त बच्चे की जान बच गई।

Body:वही मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार सवेरे करीब 10 बजे सडा़ निवासी भगाराम मेगवाल अपने 7 वर्षीय लड़के डायाराम, जिसे कोबरा प्रजाति के सर्प ने काटा था, उसे बेहोशी की हालत में राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिणधरी में लेकर आए। सर्पदंश से पीडि़त बच्चे की सांस प्रक्रिया पूर्ण रुप बंद हो चुकी थी। गंभीर स्थिति को देखते हुए डा.विश्नोई व मेडिकल स्टाप ने तुरंत प्रभाव से इलाज शुरू किया जिस दौरान करीब 4 घंटे तक ऑक्सीजन व कृत्रिम सांस दी गयी, साथ ही 20 anti snak venum इंजेक्शन भी लगाए गए। वही इलाज के दौरान शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्जन विश्नोई के घंटों तक किए अथक प्रयास आखिरकार सार्थक हुआ और बच्चे ने सांस लेना शुरू किया।


वही डॉक्टर विश्नोई ने बताया कि बच्चे को करीब 11:30 बजे के आसपास अस्पताल में लाए थे बच्चे की हालत गंभीर थी, कोबरा प्रजाति के सांप के काटने से बच्चा ने पुरी तरह से सांस लेना बंद कर दिया था, जिसको लेकर सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं के अनुसार हमने इलाज किया, जान बच गयी है अब बचा खतरे से बाहर है।



बाइट: डा.अर्जुन विश्नोई, शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ, chc सिणधरी।

बाइट: भगाराम, बालक के पिता।




Conclusion:
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