बाड़मेर. भारत-पाक सीमा से सटे सीमावर्ती बाड़मेर जिले में शहीदों के सम्मान में ऐतिहासिक थार के वीर कार्यक्रम (thar ke veer program in barmer) का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन बाना सिंह ने कार्यक्रम से पूर्व मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि फौज में कोई भी काम नामुमकिन नहीं है. मौका आने पर जो भी कार्य किया जाए, उसकी देश को सराहना करनी चाहिए. परमवीर चक्र विजेता कैप्टन बानासिंह ने कहा कि सिर के ऊपर लोड पड़ता है तब पता चलता है. उन्होंने एक याद साझा करते हुए कहा कि जब सियाचीन ग्लेशियर में पाकिस्तान आतंकवादियों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ करके ग्लेशियर में एक पोस्ट बना ली थी.
थार के वीर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे कैप्टन: इससे भारतीय सेना के जवान को राशन सामग्री सहित अन्य सामान पहुंचाने में दिक्कत आ रही थी. ऐसे में हमारी सरकार ने सोचा कि रोज की मुसीबत को दूर करने के लिए ऐसा कुछ किया जाए जिससे हम लोग छुटकारा पा सकें. उसके बाद भारतीय सेना विषम परिस्थितियों को पार कर कायद चौकी पर भारतीय झंडा फहराने में कामयाब हुए.
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उन्होंने कहा कि हमें जो मिशन दिया गया था हम ने उसपर फतेह हासिल कर दिखाया. भारतीय फौज कभी पीछे हटने वाली नहीं है. बता दें कि परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन बाना सिंह, कीर्ति चक्र कमांडेड चेतन चीता और कीर्ति चक्र डिप्टी कमांडेंट राहुल माथुर और राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित संदीप मिश्रा बाड़मेर में आयोजित हो रहे थार के वीर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं.