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बाड़मेर के बालोतरा में BJP ने जारी किया आरोप पत्र, कैलाश चौधरी ने कहा- कांग्रेस पूरी तरह नाकाम

आरोप पत्र में राजस्थान के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच चल रहे जुबानी जंग का भी जिक्र किया गया है. वहीं वैभव गहलोत के आरसी अध्यक्ष बनने पर भी चुटकी ली गई है. उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि बदहाल सफाई व्यवस्था के चलते प्रदेश में 10 हजार डेंगू के मरीज अस्पताल पहुंचे हैं.

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Published : Nov 14, 2019, 4:10 PM IST

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बालोतरा (बाड़मेर). प्रदेश में 16 नवंबर को 49 स्थानीय निकायों के लिए मतदान होना है, इससे ठीक पहले दोनों ही प्रमुख दलों में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. जहां दोनों दलों ने 2 दिनों में अपने घोषणा पत्र जारी किए हैं. वहीं जिले में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी करने के बाद एक आरोप पत्र प्रदेश सरकार के लिए जारी किया.

BJP ने जारी किया आरोप पत्र

पत्र में बताया गया है कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश की बुरी गत हो चुकी है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने आरोप पत्र जारी किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार जिन वादों पर सत्ता में आई थी वह पूरा करने में पूरी तरह से नाकाम हुई है. प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था इसका उदाहरण है.

यह भी पढ़ें- खबर का असर: CM गहलोत ने किया मदरसों के विकास के लिए 188 लाख रुपए देने की घोषणा

साथ ही चौधरी ने कहा कि बेरोजगारी बढ़ी है. पहली बार ऐसा हुआ है कि प्रदेश के निकाय चुनाव में मतदान के 7 दिन बाद निकाय अध्यक्ष का चुनाव रखा गया है, जो दर्शाता है कि कांग्रेस सरकार सत्ता का दुरुपयोग करना चाहती है. अन्यथा नियमानुसार मतदान के दूसरे दिन ही निकाय अध्यक्ष का चुनाव कर दिया जाता था. लेकिन, सरकार बाड़ाबंदी को बढ़ावा देना चाहती है.

चौधरी ने यह भी कहा कि प्रदेश में विकास की स्थिति का अंदाजा विधानसभा क्षेत्र की सड़कों को देखकर लगाया जा सकता है. ऐसे में पूरे प्रदेश में विकास कार्यों की स्थिति क्या होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि इन 11 महीनों में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित किए जा रहे निकायों के कार्य कांग्रेस सरकार ने रोक दिए जिसका खामियाजा भी जनता को उठाना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ें- हरीश चौधरी ने सुनियोजित तरीके से मुझ पर हमला करवाया और यह उन्होंने खुद मान लिया : केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी

आरोपपत्र में राजस्थान के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच चल रहे जुबानी जंग का भी जिक्र किया गया है. वहीं वैभव गहलोत के आरसी अध्यक्ष बनने पर भी चुटकी ली गई है. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि बदहाल सफाई व्यवस्था के चलते प्रदेश में 10 हजार डेंगू के मरीज अस्पताल पहुंचे हैं.

ईटीवी भारत से खास बातचीत में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कांग्रेस सरकार को अपनी हार का डर सता रहा है. यही कारण है कि निकाय चुनाव के नियमों में और प्रक्रिया में बार-बार बदलाव किया गया, जिसे जनता भी अच्छी तरह समझती है. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य व्यवस्था की तरफ तो मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों का ध्यान नहीं है. दो दो सांसदों पर एक मंत्री द्वारा प्लानिंग के साथ रात को 11 बजे हमला करवाया जाता है, वो भी पुलिस की मौजूदगी में, तो सवाल खड़ा होना लाजिमी है. इस दौरान पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, नगरमंडल अध्यक्ष अमराराम सुंदेशा, गोविंद सिंह कालूड़ी, रमेश गुप्ता सहित पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे.

बालोतरा (बाड़मेर). प्रदेश में 16 नवंबर को 49 स्थानीय निकायों के लिए मतदान होना है, इससे ठीक पहले दोनों ही प्रमुख दलों में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. जहां दोनों दलों ने 2 दिनों में अपने घोषणा पत्र जारी किए हैं. वहीं जिले में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी करने के बाद एक आरोप पत्र प्रदेश सरकार के लिए जारी किया.

BJP ने जारी किया आरोप पत्र

पत्र में बताया गया है कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश की बुरी गत हो चुकी है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने आरोप पत्र जारी किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार जिन वादों पर सत्ता में आई थी वह पूरा करने में पूरी तरह से नाकाम हुई है. प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था इसका उदाहरण है.

यह भी पढ़ें- खबर का असर: CM गहलोत ने किया मदरसों के विकास के लिए 188 लाख रुपए देने की घोषणा

साथ ही चौधरी ने कहा कि बेरोजगारी बढ़ी है. पहली बार ऐसा हुआ है कि प्रदेश के निकाय चुनाव में मतदान के 7 दिन बाद निकाय अध्यक्ष का चुनाव रखा गया है, जो दर्शाता है कि कांग्रेस सरकार सत्ता का दुरुपयोग करना चाहती है. अन्यथा नियमानुसार मतदान के दूसरे दिन ही निकाय अध्यक्ष का चुनाव कर दिया जाता था. लेकिन, सरकार बाड़ाबंदी को बढ़ावा देना चाहती है.

चौधरी ने यह भी कहा कि प्रदेश में विकास की स्थिति का अंदाजा विधानसभा क्षेत्र की सड़कों को देखकर लगाया जा सकता है. ऐसे में पूरे प्रदेश में विकास कार्यों की स्थिति क्या होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि इन 11 महीनों में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित किए जा रहे निकायों के कार्य कांग्रेस सरकार ने रोक दिए जिसका खामियाजा भी जनता को उठाना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ें- हरीश चौधरी ने सुनियोजित तरीके से मुझ पर हमला करवाया और यह उन्होंने खुद मान लिया : केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी

आरोपपत्र में राजस्थान के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच चल रहे जुबानी जंग का भी जिक्र किया गया है. वहीं वैभव गहलोत के आरसी अध्यक्ष बनने पर भी चुटकी ली गई है. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि बदहाल सफाई व्यवस्था के चलते प्रदेश में 10 हजार डेंगू के मरीज अस्पताल पहुंचे हैं.

ईटीवी भारत से खास बातचीत में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कांग्रेस सरकार को अपनी हार का डर सता रहा है. यही कारण है कि निकाय चुनाव के नियमों में और प्रक्रिया में बार-बार बदलाव किया गया, जिसे जनता भी अच्छी तरह समझती है. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य व्यवस्था की तरफ तो मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों का ध्यान नहीं है. दो दो सांसदों पर एक मंत्री द्वारा प्लानिंग के साथ रात को 11 बजे हमला करवाया जाता है, वो भी पुलिस की मौजूदगी में, तो सवाल खड़ा होना लाजिमी है. इस दौरान पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, नगरमंडल अध्यक्ष अमराराम सुंदेशा, गोविंद सिंह कालूड़ी, रमेश गुप्ता सहित पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे.

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मतदान के 7 दिन बाद निकाय अध्यक्ष का चुनाव रखना  दर्शाता है कि कांग्रेस सरकार सत्ता का दुरुपयोग करना चाहती


बालोतरा- प्रदेश में 16 नवंबर को 49 स्थानीय निकायों के लिए मतदान होना है, इससे ठीक पहले दोनों ही प्रमुख दलों में राजनीति बयानबाजी तेज हो गई है। जहां दोनों दलों ने 2 दिनों में अपने घोषणा पत्र जारी किए हैं और भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी करने के बाद एक आरोप पत्र प्रदेश सरकार के लिए जारी किया । पत्र में बताया गया है कि कांग्रेस के शासन में प्रदेश की बुरी गत हो चुकी है, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने आरोप पत्र जारी किया। Body:उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार जिन वादों पर सत्ता में आई थी वह पूरा करने में पूरी तरह से नाकाम हुई है। प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था इसका उदाहरण है। साथ ही चौधरी ने कहा कि बेरोजगारी बढ़ी है। पहली बार ऐसा हुआ है कि प्रदेश के निकाय चुनाव में मतदान के 7 दिन बाद निकाय अध्यक्ष का चुनाव रखा गया है, जो दर्शाता है कि कांग्रेस सरकार सत्ता का दुरुपयोग करना चाहती है।अन्यथा नियमानुसार मतदान के दूसरे दिन ही निकाय अध्यक्ष का चुनाव कर दिया जाता था। लेकिन, सरकार बाड़ाबंदी को बढ़ावा देना चाहती है। चौधरी ने यह भी कहा कि प्रदेश में विकास की स्थिति का अंदाजा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा क्षेत्र की सड़कों को देखकर लगाया जा सकता है, ऐसे में पूरे प्रदेश में विकास कार्यों की स्थिति क्या होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि इन 11 महीनों में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित किए जा रहे निकायों के कार्य कांग्रेस सरकार ने रोक दिए इसका खामियाजा भी जनता को उठाना पड़ रहा है। आरोपपत्र में राजस्थान के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच चल रहे जुबानी जंग का भी जिक्र किया गया है. वहीं साथी वैभव गहलोत के आरसी अध्यक्ष बनने पर भी चुटकी ली गई है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि बदहाल सफाई व्यवस्था के चलते प्रदेश में 10 हजार डेंगू के मरीज अस्पताल पहुंचे हैं। ईटीवी भारत से खास बातचीत में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कांग्रेस सरकार को अपनी हार का डर सता रहा है यही कारण है कि निकाय चुनाव के नियमों में और प्रक्रिया में बार-बार बदलाव किया गया जिसे जनता भी अच्छी तरह समझती है। प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य व्यवस्था की तरफ तो मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों का ध्यान नहीं है । दो दो सांसदों पर एक मंत्री द्वारा प्लानिंग के साथ रात को 11 बजे हमला करवाया जाता है वो भी पुलिस की मौजूदगी में सवाल खड़ा होता है प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज भी है क्या। जब मंत्री इस प्रकार के काम करने लग गए तो आमजन की सुरक्षा कतई नहीं हो सकती हैं। इस दौरान पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, नगरमंडल अध्यक्ष अमराराम सुंदेशा, गोविंद सिंह कालूड़ी, रमेश गुप्ता, सहित पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।



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