बाड़मेर. पंचायती राज चुनाव में आए परिणामों के बाद सबकी निगाहें बाड़मेर की तरफ थी, क्योंकि आजादी के बाद से यहां पर जिला प्रमुख की सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है, लेकिन इस बार भाजपा ने जबरदस्त तरीके से वापसी करते हुए कांग्रेस के बराबर सीटें लाई, लेकिन दोनों पार्टियों में से किसी को भी बहुमत हासिल नहीं हुआ. इस बीच बीजेपी से जीते जिला परिषद के सदस्य शंकर देवासी गायब हो गए थे और बीजेपी का पूरा खेल बिगाड़ दिया. बीजेपी यह जानती थी कि उसका जिला परिषद का एक सदस्य गायब है, लेकिन इसके बावजूद भी बीजेपी के नेता यह दावे करते रहेगी उनका जिला प्रमुख बन रहा है, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं.
बीजेपी के नेता दावे करते रहे इस बीच जब मतदान करने की बारी आई तो कांग्रेस के नेता बड़े सुरक्षा घेरे के बीच बीजेपी के गायब हुए शंकर देवासी को शाल ओढ़ाकर लाया गया, जैसे किसी अपराधी को लाया गया हो. एक जीते हुए प्रत्याशी को इस तरह चोरों की तरह ले जाकर वोटिंग करवाई गई.
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सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर 37 में से 36 वोट कास्ट करने के लिए सदस्य आए उनके लिए कोई विशेष व्यवस्था या सुरक्षा नहीं थी, लेकिन एक वोट के लिए विशेष सुरक्षा क्यों दी गई. जिस तरह से एक जीते हुए प्रत्याशी को शाल ओढ़ाकर कर चोरों की तरह मतदान करवाने के लिए लाया गया. इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया. आखिरी कुछ मिनटों में जिस तरह से एक वोट को इतने तामझाम सुरक्षा बंदोबस्त के बीच लाया गया, जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया.