बाड़मेर. हैदराबाद में दिल्ली के निर्भया कांड जैसी ही हैवानियत ने पूरे देश को एक बार फिर झकझोर दिया है. इस घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. इस घटना को लेकर बाड़मेर के लोगों में भी जबरदस्त आक्रोश है. एमबीसी गर्ल्स कॉलेज की छात्रसंघ अध्यक्ष स्वरूपी सुथार के नेतृत्व में छात्राओं ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए अपना विरोध जाहिर किया और निर्भया मामले के 7 साल बीत जाने के बावजूद ऐसी घटनाएं नहीं रुकने पर चिंता जाहिर की.
इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के साथ ही कड़े कानून की मांग की. छात्र संघ उपाध्यक्ष जया शर्मा ने हैदराबाद में हुई इस घटना को क्रूरता की पराकाष्ठा कहते हुए अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही.
शर्मा ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से मन गुस्से से भर जाता है. अब यहां भी तुरंत न्याय तुरंत फैसले की व्यवस्था को लागू करना होगा. छात्रसंघ संयुक्त सचिव अमीषा भाटी ने कहा कि चाहे वह हैदराबाद की युवती हो या तमिलनाडु की युवती हो या फिर रांची में लॉ स्टूडेंट का गैंगरेप हो. इस तरह की घटनाएं देश भर के अलग-अलग जगहों से अक्सर सुनने को मिलती है तो गुस्सा भी बहुत आता है और मन मे डर भी लगता है. क्योंकि, मैं भी एक स्टूडेंट हूं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अब सख्त कानून की जरूरत है अब यह खत्म होना चाहिए. शिक्षिका तारा चौधरी ने कहा कि इस तरह के अपराध करने वाले अपराधियों के लिए कड़े कानून बनाने के साथ तुरंत न्याय तुरंत फैसले की प्रक्रिया को लागू करना होगा.
करौली की जनता में भी आक्रोश
हैदराबाद में एक युवती के साथ दुष्कर्म कर जलाने की वारदात के विरोध में करौली जिले के लोगों में हत्यारों के खिलाफ रोष है. लोगों ने सरकार से हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है. वहीं, जिले के लोग कैंडल मार्च, रैली निकाल हत्यारों के खिलाफ अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं.
वहीं, लोगों का कहना है कि हैदराबाद में युवती के साथ हुई दरिंदगी की घटना के बाद उसे जलाकर मार देने की घटना मानवता को शर्मसार कर देने वाली है. ऐसे दरिंदे देश के नाम पर कलंक हैं.
हनुमानगढ़ में लोग बोले - जब तक आरोपियों को फांसी नहीं, वे चुप नहीं बैठेंगे
हनुमानगढ़ जंक्शन में रविवार को युवतियों और महिलाओं ने कैंडल मार्च निकाला और एक आवाज में कहा कि जब तक हत्यारों को फांसी नहीं हो जाती, तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे. क्योंकि, पहले भी इस तरह की घटनाएं हुई है. लेकिन, ऐसे मामलों में कड़ी सजा आरोपियों को नहीं मिलती. लेकिन वे अब चुप नहीं बैठेंगी. वह मांग करते हैं कि ऐसे दरिंदों को सरेआम फांसी दें.
साथ ही कहा कि आज देश के अंदर बेटियां सुरक्षित नहीं है. सरकार लाख दावे करती है. लेकिन उन दावों के विपरीत हकीकत सबके सामने है. जब तक ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी, बेटियां और महिलाएं चुप नहीं बैठेंगी.