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कोरोना के 'कर्मवीरों' के लिए आगे आए बाड़मेर के बिजनेसमैन दो भाई, सीएम रिलीफ फंड में दिए 5 लाख का चेक, हरसंभव मदद के लिए भी तैयार - बाड़मेर के बिजनेसमैन

कोराना वायरस से लड़ने के लिए देश के साथ ही विश्व का हर व्यक्ति जूझ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद मोर्चा संभाल रखा है. इसी बीच अब भामाशाह भी सरकार की इस मुश्किल घड़ी में मदद के लिए आगे आना शुरू हो गए. बाड़मेर के उद्योगपति दो सगे भाई जोगेंद्र सिंह चौहान और राजेंद्र सिंह चौहान ने 5 लाख का चेक सीएम राहत कोष में दिया है. साथ ही हर संभव मदद का भी आश्वासन दिया है.

Barmer Businessman, 5 Lakh in CM relief Fund
बाड़मेर के बिजनेसमैन दो भाई मदद के लिए आए आगे
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Published : Mar 24, 2020, 6:38 PM IST

बाड़मेर. कोरोना के खिलाफ जंग में अब बिजनेसमैन भी आगे मदद के लिए आगे आ रहे है. ऐसे में दो सगे बिजनेसमैन भाइयों ने कोराना की जंग में बाड़मेर जिले में मिशाल पेश की है. उन्होंने कहा कि वो प्रशासन के साथ हर मदद के लिए तैयार है.

पढ़ें: CORONA के खिलाफ जंग में BJP विधायक सरकार के साथ, CM रिलीफ फंड में 1 माह का देंगे वेतन

मंगलवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर को उद्योगपति दो सगे भाई जोगेंद्र सिंह चौहान और राजेंद्र सिंह चौहान ने 5 लाख का चेक सीएम रिलीफ फंड में दिया, साथ ही जरूरत पड़ने पर अपने होटल्स को कोराना पीड़ितों के आइसोलेशन के लिए खोलने के लिए कहा. वहीं खाने के पैकेट दर्जनों गाड़ियों के साथ ही बाड़मेर जिले के सैकड़ों परिवारों के लिए खाने पीने की व्यवस्था जब तक कोरोना का कहर पूरी तरह से खत्म ना हो तब तक के लिए घोषणा की है.

बाड़मेर के बिजनेसमैन दो भाई मदद के लिए आए आगे

पढ़ें: ऐसा देश है मेरा: लॉकडाउन में सब बंद लेकिन कोटा के 'कर्मवीरों' ने जरूरतमंदों को घर से बनवाकर खिलाया खाना

पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ने के लिए अपने घरों में कैद है. वही इस समय सबसे बड़ा संकट बाड़मेर जिले में है, क्योंकि यहां लाखों लोग की फसल को टिड्डी, बारिश और ओलावृष्टि ने चौपट कर दी थी और अब मजदूरी भी नहीं है. लिहाजा खाने पीने की बड़ी दिक्कत आ रही है. ऊपर से सरकार ने लॉकडाउन का एलान कर दिया है. ऐसे परिवारों के लिए बाड़मेर की दो सगे बिजनेसमैन भाइयों ने मिलकर यह फैसला लिया है कि बाड़मेर जिले का कोई भी परिवार इस लड़ाई में भूखा ना सोए, उसके लिए खाने-पीने का इंतजाम यह परिवार करेगा.

पढ़ें: कोरोना संकट के बीच जरूरतमंदों की मदद के लिए उठे हाथ, खिला रहे फ्री खाना

बिजनेसमैन जोगेंद्र सिंह चौहान बताते हैं कि उनका परिवार हमेशा मुश्किल घड़ी में इस तरीके से गरीब और आम लोगों के साथ खड़ा रहता है. इनके पिता स्वर्गीय तन सिंह चौहान ने वर्ष 2006 में आई बाढ़ के वक्त जरूरत पड़ने पर सहायता के लिए आगे आए थे. ऐसे में अब तो महामारी की जंग है, इसलिए उन्होंने 5 लाख सीएम फंड में उसके साथ ही हमने थ्री और फाइव स्टार जैसी होटल, दर्जनों गाड़ियों के साथ ही रेस्टोरेंट जो कि इस समय चिकित्साकर्मी, पुलिस, मीडियाकर्मी जो इस वक्त कोरोना इस जंग में 24 घंटे तैनात हैं. उनके लिए खाने के पैकेट की व्यवस्था की गई है. वहीं गरीबों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है.

पढ़ें: राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने 24 लाख की जारी की स्वीकृति, 8 विधानसभाओं में कोरोना से लड़ने के लिए होगा सहयोग

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे प्रशासन के साथ बाड़मेरवासियों की हर सम्भव मदद के लिए तैयार है, उनका कहना है कि इस समय बाकी उद्योगपतियों को भी आगे आना चाहिए. बता दें इनके पिता स्वर्गीय तन सिंह चौहान बाड़मेर ही नहीं पूरे मारवाड़ में बड़े भामाशाह समाजसेवी के रूप में उनकी अलग ही पहचान बनाई और उनकी दर पर आने वाले हर गरीब की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे. अब उनके दोनों बेटों ने अपने पिता की राह पर चलते हुए दोनों बिजनेसमैन भाई जोगेंद्र सिंह और राजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री सहायता कोष ने 5 लाख रुपए का चेक जिला कलेक्टर को दिया है.

बाड़मेर. कोरोना के खिलाफ जंग में अब बिजनेसमैन भी आगे मदद के लिए आगे आ रहे है. ऐसे में दो सगे बिजनेसमैन भाइयों ने कोराना की जंग में बाड़मेर जिले में मिशाल पेश की है. उन्होंने कहा कि वो प्रशासन के साथ हर मदद के लिए तैयार है.

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मंगलवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर को उद्योगपति दो सगे भाई जोगेंद्र सिंह चौहान और राजेंद्र सिंह चौहान ने 5 लाख का चेक सीएम रिलीफ फंड में दिया, साथ ही जरूरत पड़ने पर अपने होटल्स को कोराना पीड़ितों के आइसोलेशन के लिए खोलने के लिए कहा. वहीं खाने के पैकेट दर्जनों गाड़ियों के साथ ही बाड़मेर जिले के सैकड़ों परिवारों के लिए खाने पीने की व्यवस्था जब तक कोरोना का कहर पूरी तरह से खत्म ना हो तब तक के लिए घोषणा की है.

बाड़मेर के बिजनेसमैन दो भाई मदद के लिए आए आगे

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पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ने के लिए अपने घरों में कैद है. वही इस समय सबसे बड़ा संकट बाड़मेर जिले में है, क्योंकि यहां लाखों लोग की फसल को टिड्डी, बारिश और ओलावृष्टि ने चौपट कर दी थी और अब मजदूरी भी नहीं है. लिहाजा खाने पीने की बड़ी दिक्कत आ रही है. ऊपर से सरकार ने लॉकडाउन का एलान कर दिया है. ऐसे परिवारों के लिए बाड़मेर की दो सगे बिजनेसमैन भाइयों ने मिलकर यह फैसला लिया है कि बाड़मेर जिले का कोई भी परिवार इस लड़ाई में भूखा ना सोए, उसके लिए खाने-पीने का इंतजाम यह परिवार करेगा.

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बिजनेसमैन जोगेंद्र सिंह चौहान बताते हैं कि उनका परिवार हमेशा मुश्किल घड़ी में इस तरीके से गरीब और आम लोगों के साथ खड़ा रहता है. इनके पिता स्वर्गीय तन सिंह चौहान ने वर्ष 2006 में आई बाढ़ के वक्त जरूरत पड़ने पर सहायता के लिए आगे आए थे. ऐसे में अब तो महामारी की जंग है, इसलिए उन्होंने 5 लाख सीएम फंड में उसके साथ ही हमने थ्री और फाइव स्टार जैसी होटल, दर्जनों गाड़ियों के साथ ही रेस्टोरेंट जो कि इस समय चिकित्साकर्मी, पुलिस, मीडियाकर्मी जो इस वक्त कोरोना इस जंग में 24 घंटे तैनात हैं. उनके लिए खाने के पैकेट की व्यवस्था की गई है. वहीं गरीबों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है.

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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे प्रशासन के साथ बाड़मेरवासियों की हर सम्भव मदद के लिए तैयार है, उनका कहना है कि इस समय बाकी उद्योगपतियों को भी आगे आना चाहिए. बता दें इनके पिता स्वर्गीय तन सिंह चौहान बाड़मेर ही नहीं पूरे मारवाड़ में बड़े भामाशाह समाजसेवी के रूप में उनकी अलग ही पहचान बनाई और उनकी दर पर आने वाले हर गरीब की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे. अब उनके दोनों बेटों ने अपने पिता की राह पर चलते हुए दोनों बिजनेसमैन भाई जोगेंद्र सिंह और राजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री सहायता कोष ने 5 लाख रुपए का चेक जिला कलेक्टर को दिया है.

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