सिवाना (बाड़मेर). राजस्थान में भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एसीबी का हल्ला बोल जारी है. बाड़मेर जिले में लगातार परिवादी जोधपुर और जालोर एसीबी में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ शिकायत पेश कर रहे हैं. एसीबी ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सिवाना तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है. इससे पहले भी एसीबी ने जिले के थानेदार को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर दिया था.
एसीबी उप अधीक्षक अन्नराज ने बताया कि परिवादी थानाराम ने ग्राम थापन में अपनी पैतृक खातेदारी भूमि में रास्ते के लिए एसडीओ कोर्ट सिवाना में राजस्व आवेदन संख्या 42/2020 बअनवान भुदराराम बनाम अमराराम धारा 251 ए राजस्थान काश्तकारी अधिनियम में दावा प्रस्तुत किया था. इस संबंध में एसडीएम सिवाना ने बाबूसिंह राजपुरोहित कार्यवाहक तहसीलदार सिवाना को भूमि के रास्ता विवाद संबधी नियमानुसार मौका रिपोर्ट भिजवाने बाबत निर्देशित किया.
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आरोपी बाबूसिंह तहसीलदार ने परिवादी से उसके जायज कार्य की ऐवज में रिश्वत की मांग की. जिस पर परिवादी थानाराम ने 19 जनवरी को ब्यूरो कार्यालय जालोर में उक्त शिकायत प्रस्तुत की. 21 जनवरी को कार्यवाहक तहसीलदार बाबूसिंह राजपुरोहित ने परिवादी से रिपोर्ट उसके पक्ष में भेजने के लिये 10,000 रूपये की मांग की. जिस पर एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई करते हुए आरोपी बाबूसिंह राजपुरोहित कार्यवाहक तहसीलदार सिवाना को 10,000 रूपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.
जालोर एसीबी टीम जांच में जुटी. इस कार्रवाई के बाद बाड़मेर जिले के भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों में जबरदस्त तरीके से हड़कंप मच गया है. क्योंकि, जिस तरीके से लगातार बाड़मेर जिले में एसीबी की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. उसके बाद से ही भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों में जबरदस्त तरीके से खौफ है.