बाड़मेर. जिले के शिव उपखंड में मंगलवार रात को विद्युत फॉल्ट ठीक करते समय एक लाइनमैन करंट की चपेट में आ गया. करंट की चपेट में आने के बाद ग्रामीण जब अस्पताल लेकर पहुंचे तो, चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद मृतक के शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. वहीं, बुधवार को मृतक के परिजन इंश्योरेंस क्लेम पर समझौता होने के बाद शव को ले जाने के लिए तैयार हो गए हैं. अब पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
जानकारी के अनुसार शिव जीएसएस में कर्मचारी की लापरवाही ने लाइनमैन की जान ले ली. जोरानाडा जीएसएस में कार्यरत लाइनमैन राम प्रताप सिंह निवासी पीलीबंगा जिला हनुमानगढ़ मंगलवार को केशवपुरा में लाइन का फाल्ट ठीक करने गया था. जब वो मौके पर पहुंचा तो उसने फोन पर शटडाउन देने की बात कही, लेकिन जीएसएस के कर्मचारी शटडाउन देना ही भूल गए. ऐसे में लाइनमैन फाल्ट ठीक करने बिजली के पोल पर चढ़ गया करंट की चपेट में आने से झुलस गया.
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राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता रमेश पवार ने बताया कि मंगलवार रात को जोरानाडा जीएसएस में कार्यरत लाइनमैन रामप्रताप सिंह केशवपुरा में लाइन का फाल्ट ठीक करने गया था. इस दौरान वो करंट की चपेट में आ गया. जिसके बाद उसे शिव सीएचसी ले जाया गया जहां, प्राथमिक उपचार के बाद उसे बाड़मेर रेफर कर दिया. लेकिन बाड़मेर जिला अस्पताल में पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. फिलहाल शव को राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है.