बाड़मेर. सीएम अशोक गहलोत की ओर से बजट में क्षेत्र के लिए की गई घोषणा का कार्य जमीनी स्तर पर शुरू हो गया है. क्षेत्र में कई विकास कार्यों के लिए सरकार की ओर से वित्तीय स्वीकृति मिल गई है. सरकार की ओर से क्षेत्र में पेयजल योजना के लिए 13 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं. इससे बाड़मेर वासियों को पानी की समस्या से जल्द निजात मिलेगा.
लंबे समय से खराब पड़ी सड़कों के दुरुस्तीकरण का कार्य पिछले कई दिनों से चल रहा है. विवेकानंद सर्किल से लेकर डीटीओ ऑफिस तक सबसे लंबी सड़क बनाने का कार्य किया जा रहा है. कार्यों की गुणवत्ता जांचने के लिए प्रशासन के अधिकारियों के साथ विधायक मेवाराम जैन और चेयरमैन दीपक माली भी पहुंचे. साथ ही क्षेत्र में पिछले लंबे समय से चल रही पेयजल समस्या का भी निस्तारण किया जा रहा है. पेयजल समस्या को दुरुस्त करने के लिए 13 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिल गई है. पूर्व में पेयजल की समस्या के लिए 10 करोड़ की स्वीकृति मिली थी. लेकिन अब इसे 13 करोड़ रुपए कर दिया गया है.
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गौरतलब है कि लंबे समय से बाड़मेर शहर के लोग पानी की समस्या को लेकर परेशान थे. आए दिन पानी की समस्या को लेकर धरने प्रदर्शन होते थे. लेकिन पेयजल समस्या को दुरुस्त करने के लिए 13 करोड़ की स्कीम सैंक्शन होने के बाद आने वाले दिनों में बाड़मेर शहर के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.
कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन ने मीडिया से बातचीत करते हुए दावा किया है कि बाड़मेर विधानसभा में इतिहास में पहली बात इतने विकास कार्य हो रहे हैं. सड़कों से लेकर अस्पताल और पेयजल योजनाओं की शुरुआत हो गई है. इसके अलावा अगले महीने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बाड़मेर जिले में 200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल की नींव भी रखने वाले हैं.