बारां. शहर के चौमुखा बाजार स्थित माला देवी मोहल्ले में गत 14 नवंबर को निखिल शर्मा व अन्य लोगों पर हुए प्राण घातक हमले में निखिल शर्मा की इलाज के दौरान मौत हो गई (Youth injured in attack died during treatment) थी. मामले में पुलिस ने पीड़ित पक्ष की रिपोर्ट पर करवाई करते हुए अभी तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि पीड़ित पक्ष ने कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए पुलिस पर घटना में शामिल नामजद आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है.
पीड़ित पक्ष की ओर से कुलदीप पाठक का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक सिर्फ उन्हीं लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनकी पहचान पर्चा बयानों के दौरान की गई थी. लेकिन हमने 161 के बयानों में पुलिस को अन्य आरोपियों व घटना के षड्यंत्रकारियों के नाम बताएं हैं. जिन्हे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है. उन लोगों के खुला घूमने से हमारे परिवार में दहशत का माहौल है. हमारे बच्चे व बच्चियां डर के मारे स्कूल नहीं जा रहे हैं. हमारी मांग है कि 161 के बयानों के आधार पर पुलिस अन्य नामजद आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर हमे न्याय प्रदान करें.
इस मामले में फरियादी परिवार समेत घायलों ने प्रेसवार्ता में आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस लगातार हत्यारों की कहानी पर घटना में शामिल मुलजिम को बचाने का प्रयास कर रही है. जबकि घायलों का कहना है कि यह मामला रुपयों के लेनदेन का बिल्कुल भी नहीं है. मामला षड़यंत्रपूर्वक हत्या व बदला लेने की नियत से किया गया है. जिसके पुख्ता प्रमाण घायल फरियादियों के पास उपलब्ध हैं. वे इस बारे में अपने बयानों में भी जानकारी दे चुके हैं.
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उन्होंने आरोप लगाया कि नामजद विष्णु अग्रवाल, मौनेश अग्रवाल, वंश अग्रवाल के मामा ओम जैन अग्रवाल पर मृतक निखिल शर्मा पर प्राणघातक हमले के आरोप में एक मामला एडीजे कोर्ट में विचाराधीन है. उसी हमले की रंजिश को लेकर हत्या करवाई गई है. आरोप है कि आरोपी षड्यंत्रकारी ओम जैन अग्रवाल का पुत्र राकेश जैन पहले भी एक युवक पंकज शर्मा को जिंदा जला कर नृशंस हत्या के मामले में कई वर्षों तक सजा काट चुका है. इस मामले में हाल ही पीड़ित पक्ष ने एसपी कल्याणमल मीणा से इस्तगासा पेश कर घटना में शामिल आरोपी षड़यंत्रकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग की है.