अंता (बारां). जिले के दीगोद गांव के कुम्हारों ने एक अनोखी पहल की है. जिसमें वे इलेक्ट्रॉनिक चाक मशीन से बनने वाले मिट्टी के मटकों पर कोरोना संक्रमण बीमारी से बचाव के संदेश लिख रहे हैं. इस माध्यम से उन्होंने लोगों को जागरुक करने का बीड़ा उठाया है.
बता दें कि देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना वॉरियर्स के साथ ही देश के आम नागरिक भी इससे बचाव के लिए जागरूकता फैलाने को आगे आ रहे हैं. इसी क्रम में अंता के कुम्हारों ने लोगों को जागरूक करने का जिम्मा उठाकर एक सकरात्मक पहल की है. खादी और ग्राम उद्योग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पिछले महीने कुम्हार समाज को अपने पुराने धंधे से जोड़ने के लिए इलेक्ट्रॉनिक चाक मशीनों का वितरण किया गया था. जिसके बाद ये कुम्हार मटकों के निर्माण में जुट गए. वहीं ग्राम उद्योग के आह्वान पर दीगोद गांव के कुम्हार कोरोना से जंग में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं.
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इस क्रम में कुम्हार मोहनलाल अपनी अहम भागीदारी निभाते हुए अपनी हस्त कला के माध्यम से सुंदरता से जागरुकता संदेश लिख रहे हैं. जिसमें 'घर में रहें, सुरक्षित रहें', फ्रीज के बजाय मटके के पानी पीने, मास्क लगाने के संदेश लिखे जा रहे हैं. हालांकि, कोरोना के संक्रमण के कारण लॉकडाउन से कुम्हारों के धंधे पर बुरा असर पड़ा है.
प्रजापति समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष हेमराज चक्रधारी ने बताया कि खादी ग्राम उद्योग के आह्वान पर कोरोना संक्रमण बीमारी के बचाव के संदेश मटकियों पर लिखकर बेच रहें हैं. जिससे लोग मटकों पर लिखें संदेश पढ़कर इसका पालन करें. वहीं कुंभकार समाज इस महामारी के संक्रमण में रोकने के लिए भागीदारी निभा रहा है.