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स्कूल में एडमिशन के लिए मांगे जा रहे आधार, अपडेशन नहीं होने से लोग दर-दर भटकने को मजबूर

आधार कार्ड की बाध्यता खत्म होने के बाद भी सरकारी योजनाओं में मांगा जा रहा है. ऐसे में लोगों के काम अटके हुए हैं. वे आधार अपडेशन को लेकर परेशान हो रहे हैं.

आधार कार्ड अपडेशन के लिए दर-दर भटकने को मजबूर लोग
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Published : Jul 16, 2019, 10:15 PM IST

बारां. सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी योजनाओं में आधार कार्ड की बाध्यता खत्म कर दी है. इसके बावजूद भी जिले के स्कूलों में छात्रों से आधार कार्ड मांगे जा रहे हैं. एडमिशन, छात्रवृति, आरटीई समेत अन्य कार्यों के लिए छात्रों से आधार कार्ड मांगे जाने से अभिभावक परेशान हैं. इसके चलते जिला कलेक्ट्रेट परिषद स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र में जिले के एकमात्र आधार अपडेशन केन्द्र पर रोजाना ग्रामीणों की भीड़ लगी रहती है.

आधार कार्ड अपडेशन के लिए दर-दर भटकने को मजबूर लोग

आधार पंजीयन केन्द्र पर आने वाले ग्रामीण महिला और पुरुषों ने बताया कि स्कूलों मे बच्चों के एडमिशन व छात्रवृति आदि कार्यों के लिए अध्यापकों के द्वारा आधार कार्ड मांगा जा रहा है. जिले में यहां के अलावा कहीं भी आधार पंजीयन की सुविधा नहीं है. जिला मुख्यालय के एकमात्र आधार अपडेशन केंद्र पर भी व्यवस्था ठीक नहीं है. एक दिन मे सिर्फ 50 लोगों का ही पंजीयन किया जाता है. इसलिए उनका नम्बर ही नहीं आया, जिसके चलते वे लोग रोज सुबह नौ बजे आते है. लगातार तीन दिन से यहां आ रहे हैं. लेकिन आधार पंजीयन नहीं हो रहा है.

यहां पर आई महिला का कहना है कि वह पिछले तीन दिन से आधार पंजीयन केंद्र पर आ रही है. बच्चे का और उनका खुद का आधार कार्ड बनवाना है. ताकि बच्चे का एडमिशन हो जाए. लेकिन तीनों दिन नाम पूरे हो जाते हैं. ऐसे में परेशानी बनी हुई.

इसी तरह से जिले के कोयला क्षेत्र से आए देवलाल का कहना है कि बच्चे की जन्म तिथि आधार कार्ड में गलत है. इसके चक्कर में उसे छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है. छात्रवृत्ति लेने के लिए आधार अपडेशन जरूरी है. लेकिन 2 दिन से उनका नंबर ही नहीं आ रहा है. ऐसे सैकड़ों लोग हैं जो रोज जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से मुख्यालय स्थित आधार केंद्र पर आते हैं. लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है. प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

बारां. सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी योजनाओं में आधार कार्ड की बाध्यता खत्म कर दी है. इसके बावजूद भी जिले के स्कूलों में छात्रों से आधार कार्ड मांगे जा रहे हैं. एडमिशन, छात्रवृति, आरटीई समेत अन्य कार्यों के लिए छात्रों से आधार कार्ड मांगे जाने से अभिभावक परेशान हैं. इसके चलते जिला कलेक्ट्रेट परिषद स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र में जिले के एकमात्र आधार अपडेशन केन्द्र पर रोजाना ग्रामीणों की भीड़ लगी रहती है.

आधार कार्ड अपडेशन के लिए दर-दर भटकने को मजबूर लोग

आधार पंजीयन केन्द्र पर आने वाले ग्रामीण महिला और पुरुषों ने बताया कि स्कूलों मे बच्चों के एडमिशन व छात्रवृति आदि कार्यों के लिए अध्यापकों के द्वारा आधार कार्ड मांगा जा रहा है. जिले में यहां के अलावा कहीं भी आधार पंजीयन की सुविधा नहीं है. जिला मुख्यालय के एकमात्र आधार अपडेशन केंद्र पर भी व्यवस्था ठीक नहीं है. एक दिन मे सिर्फ 50 लोगों का ही पंजीयन किया जाता है. इसलिए उनका नम्बर ही नहीं आया, जिसके चलते वे लोग रोज सुबह नौ बजे आते है. लगातार तीन दिन से यहां आ रहे हैं. लेकिन आधार पंजीयन नहीं हो रहा है.

यहां पर आई महिला का कहना है कि वह पिछले तीन दिन से आधार पंजीयन केंद्र पर आ रही है. बच्चे का और उनका खुद का आधार कार्ड बनवाना है. ताकि बच्चे का एडमिशन हो जाए. लेकिन तीनों दिन नाम पूरे हो जाते हैं. ऐसे में परेशानी बनी हुई.

इसी तरह से जिले के कोयला क्षेत्र से आए देवलाल का कहना है कि बच्चे की जन्म तिथि आधार कार्ड में गलत है. इसके चक्कर में उसे छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है. छात्रवृत्ति लेने के लिए आधार अपडेशन जरूरी है. लेकिन 2 दिन से उनका नंबर ही नहीं आ रहा है. ऐसे सैकड़ों लोग हैं जो रोज जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से मुख्यालय स्थित आधार केंद्र पर आते हैं. लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है. प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

Intro:आधार कार्ड की बाध्यता खत्म होने के बाद भी सरकारी योजनाओं में मांगा जा रहा है. ऐसे में लोगों के काम अटके हुए है. वे आधार अपडेशन को लेकर परेशान हो रहे है.Body:बारां.
सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी योजनाओं मे आधार कार्ड की बाध्यता खत्म कर देने के बावजूद भी जिले के स्कूलों मे छात्रों से आधार कार्ड मांगे जा रहै है. एडमिशन, छात्रवृति,आरटीई समेत अन्य कार्यों के लिए छात्रों से आधार कार्ड मांगे जाने से अभिभावक परेशान है. जिसके चलते जिला कलेक्ट्रेट परिषद स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र में जिले के एकमात्र आधार अपडेशन केन्द्र पर रोजाना ग्रामीणों की भीड़ लगी रहती है.
आधार पंजीयन केन्द्र पर आने वाले ग्रामीण महिला व पुरूषों ने बताया कि स्कूलों मे बच्चों के एडमिशन व छात्रवृति आदि कार्यों के लिए अध्यापकों के द्वारा आधार कार्ड मांगा जा रहा है और जिले मे यहां के अलावा कहीं भी आधार पंजीयन की सुविधा नहीं है. जिला मुख्यालय के एकमात्र आधार अपडेशन केंद्र पर भी व्यवस्था ठीक नहीं है. एक दिन मे सिर्फ 50 लोगों का ही पंजीयन किया जाता है. इसलिए हमारा नम्बर ही नहीं आया. जिसके चलते हम लोग रोज सुबह 9 बजे आते है. लगातार 3 दिन से यहां आ रहे है, लेकिन आधार पंजीयन नहीं हो रहा है. यहां पर आई महिला का कहना है कि वह पिछले 3 दिन से आधार पंजीयन केंद्र पर आ रही है. बच्चे का और उनका खुद का आधार कार्ड बनवाना है, ताकि बच्चे का एडमिशन हो जाए लेकिन तीनों दिन नाम पूरे हो जाते हैं. ऐसे में परेशानी बनी हुई.Conclusion:इसी तरह से जिले के कोयला क्षेत्र से आए देवलाल का कहना है कि बच्चे की जन्म तिथि आधार कार्ड में गलत है. इस के चक्कर में उसे छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है. छात्रवृत्ति लेने के लिए आधार अपडेशन जरूरी है, लेकिन 2 दिन से उनका नंबर ही नहीं आ रहा है. ऐसे सैकड़ों लोग हैं जो रोज जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से मुख्यालय स्थित आधार केंद्र पर आते हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है. प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.


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