बारां. जिले के एक कांग्रेसी युवा नेता ने प्रमोद जैन भाया के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. नेता ने गुरुवार को बजरी से भरे हुए एक ट्रक को पकड़ लिया और उसे अवैध बताते हुए बारां जिले के कवाई थाने पर जमकर हंगामा किया, लेकिन धरने पर बैठा नेता कोरोना पॉजिटिव बताया जा रहा हैं.
राजस्थान के सियासी घमसान के दौरान से ही एक कांग्रेसी युवा नेता ने प्रमोद जैन भाया के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. पुलिस पर अवैध बजरी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए नरेश मीणा अपने कई साथियों के साथ धरने पर बैठ गए. जबकि नरेश मीणा कुछ दिन पहले ही कोविड-19 से संक्रमित मिले थे. इसके बाद उन्हें होम क्वारेंटाइन रहने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अपने साथियों के साथ वे कवाई थाने पर पहुंच गए और खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
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साथ ही करीब एक से डेढ़ घंटे तक थाने पर ही जमकर प्रदर्शन किया और हंगामा करते रहे. पुलिस ने बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया. साथ ही कोविड-19 सेंटर पहुंचा दिया है.
मुकदमा भी दर्ज हुआ
बारां एसपी डॉ. रवि का कहना है कि नरेश मीणा पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं. वे जानते थे कि वे कॉविड-19 पॉजिटिव है और उनसे दूसरे लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा है. इसके बावजूद उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और उनके साथ आए सभी लोगों जान जोखिम में डाल दी है. ऐसे में कवाई थाने पर हंगामा और प्रदर्शन करने वाले सभी लोगों को कोविड-19 केयर सेंटर पहुंचा दिया गया है. जहां पर उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. जिन लोगों की जरूरत होगी, उन्हें आइसोलेट भी किया जाएगा. साथ ही उनका कोविड 19 टेस्ट कराकर उपचार करवाया जाएगा. एसपी ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
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बता दें कि कांग्रेस के ही नेता नरेश मीणा ने अपने ही जिले से विधायक और प्रदेश के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. आए दिन में उनको लेकर लगातार बयानबाजी करते हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी प्रमोद जैन भाया के खिलाफ अभियान उन्होंने चलाया हुआ है.