छबड़ा (बारां). जिले के छबड़ा चिकित्सालय में उपचार के अभाव में 4 साल की मासूम बालिका की हुई मौत के मामले में अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. मंगलवार को परिवार कल्याण विभाग के सीएमएचओ सीताराम वर्मा ने छबड़ा पहुंचकर उक्त मामले में पीड़ित परिजन और चिकित्सा कार्मिकों के बयान लिए.
दरअसल, छबड़ा चिकित्सालय में सोमवार रात को एक 4 साल की मासूम बालिका के उपचार के अभाव में दम तोड़ने और चिकित्सक भूपेंद्र मीणा द्वारा मृतका के परिजनों से गाली-गलौच का मामला सामने आया है. जिसके बाद मंगलवार को परिवार कल्याण विभाग के एडिशनल चीफ सीताराम वर्मा ने छबड़ा चिकित्सालय पहुंचकर मृतका के परिजनों समेत चिकित्सा कार्मिकों के बयान लिए.
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वहीं, एडिशनल चीफ वर्मा ने बताया, कि उक्त मामले में 4 साल की मासूम की मौत को विभागीय अधिकारियों द्वारा गंभीरता से लिया गया है. जिसके बाद मामले की निष्पक्ष जांच कर विभाग के उच्चधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी. दोषी कोई भी हो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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क्या था मामला...
बता दें, की उपचार को लेकर छबड़ा चिकित्सालय में भर्ती 4 साल की एक बालिका की तबियत बिगड़ने लगी. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर भूपेंद्र मीणा के नहीं होने पर उनके निवास पर बालिका को देखने की गुजारिश की. जिसके बाद डॉक्टर मीणा ने गुस्से में आकर परिजनों के साथ गाली-गलौज की. जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वहीं उपचार नहीं मिलने पर मासूम बालिका ने दम तोड़ दिया. जिसके बाद नाराज परिजनों ने एसडीएम को दोषी डॉक्टर के खिलाफ ज्ञापन सौंपा.