बारां. जिले के अंता में दायीं मुख्य नहर में गत एक महीने से पानी के रिसाव को रोकने में अभी तक सीएडी के अधिकारियों को सफलता नहीं मिली है. नहर में हो रहे रिसाव के कारण हजारों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है. वहीं दूसरी ओर इस रिसाव को रोकने के लिए सीएडी के अधिकारियों द्वारा अब तक 200 ट्रॉली मिट्टी डाली जा चुकी है, लेकिन रिसाव बंद होने का नाम नहीं ले रहा है.
बता दें कि दीपावली से दायीं मुख्य नहर में रिसाव चल रहा है. जिसे रोकने के लिये पूर्व में सीएडी के अधिकारियों द्वारा लगभग 200 ट्रॉली मिट्टी डाली गई थी, और 400 कट्टे रिसाव को रोकने के लिए लगाए गए थे. ऐसे में एक दो दिन रिसाव कम हो गया था परन्तु इसके बाद वापस रिसाव शुरू हो गया है. जिसे इस बार सीएडी के अधिकारियों द्वारा हल्के में लिया जा रहा है.
रिसाव को रोकने की जगह रिसाव स्थल पर 2 कर्मचारी निगरानी के लिए लगा रखे है जो रात दिन इस पर निगाह रखे हुए है. जबकि इस समय दायी मुख्य नहर अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रही है तथा 4 महीने तक चलेगी. ऐसे में सीएडी प्रशासन द्वारा इस रिसाव को फिलहाल भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. जबकि नहर का जिस नाले में रिसाव चल रहा है उस पुलिया की चौड़ाई भी कम है. हालांकि नहर का रिसाव नाले में होने के कारण आमजन को फिलहाल इससे कोई परेशानी नहीं हो रही है, लेकिन रात-दिन पानी की बर्बादी हो रही है.
सीएडी की कार्यवाहक सहायकअभियंता सुनीता मीना का कहना है कि नहर में 200 ट्रॉली मिट्टी तथा 400 कट्टे डालकर रिसाव को काफी हद तक कम कर दिया गया है तथा नहर बन्द होने के बाद इस रिसाव को दुरस्त कराया जाएगा. इस समय दायीं मुख्य नहर पूरी क्षमता के साथ चल रही है. ऐसे में नहर में चल रहे रिसाव को सीएडी के अधिकारियों द्वारा हल्के में नहीं लेना चाहिए.