शाहबाद (बारां). देश में चल रहे लॉकडाउन के चलते हजारों की तादाद में लोग दूरदराज के शहरों में फंसे हुए हैं. शिक्षा नगरी के नाम से विख्यात कोटा मैं भी हजारों की तादाद में स्टूडेंट्स पढ़ाई करने के लिए आए थे. जिनको लॉकडाउन की वहज काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसको देखते हुए सरकार इनको घर पहुंचाने में जुटी हुई है. लेकिन खटारा बसें इनको घरों तक पहुंचाने में विकलांग साबित हो रही हैं. बुधवार को कोटा से 30 छात्राओं को मध्य प्रदेश लेकर जा रही एक बस जिले के शाहबाद में नेशनल हाईवे 27 खुशियारा कॉलोनी के पास खराब हो गई. जिसकी वजह से छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
जैसे ही मामले की सूचना पुलिस को मिली तो, पुलिस उपाधीक्षक कजोड़ मल और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष देवाशीष शर्मा मौके पर पहुंच गए. जिसके बाद उन्होंने बालिकाओं के भोजन की व्यवस्था करा कर उन्हे दूसरी निजी बस से उनके गांव भिजवाया. इस दौरान सभी छात्राओं ने पुलिस उप अधीक्षक कजोड़ मल और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष देवाशीष शर्मा का आभार जताया.
मदद के लिए आगे नहीं आए ग्रामीणः
इस समय कोटा में कोरोना का कहर बरपा हुआ है. जिसके कारण स्थानीय लोगों को ये पता चला की ये बस कोटा से आ रही है तो, लोग उनकी मदद करने से कतराते दिखे.