बारां. हाड़ौती में बर्ड फ्लू ने अबतक 100 से ज्यादा पक्षियों की जान ली है. इनमें झालावाड़ जिले में ही अब तक करीब 93 पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से हो चुकी है. इसके अलावा कोटा के रामगंजमंडी में 8 कौओं की मौत इस बीमारी से होने की आशंका जताई जा रही है. अभी इनकी जांच रिपोर्ट आना बाकी है.
जहां झालावाड़ में शनिवार दोपहर करीब 2 बजे तक राड़ी के बालाजी क्षेत्र में 4 कौएं मृत मिले. वहीं एक कौआ मुंडेरी में मृत मिला. राड़ी के बालाजी में मृत मिले कौओं में कुछ के जांच नमूने भोपाल स्थित प्रयोगशाला में दोबारा जांच के लिए भेजे गए हैं. जबकि कुछ कौओं को इसी परिसर के आगे करीब 150 मीटर के क्षेत्र में एक गड्ढा खोदकर दफना दिया गया है.
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गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार को करीब 16 कौओं की मौत हुई थी. प्रशासन ने पूरे जिले में पशु चिकित्सकों की टोली बर्ड फ्लू से ग्रसित पक्षियों की जांच के लिए भेज रखी है. इसके अलावा पोल्ट्री फार्म पर मुर्गियों की जांच की जा रही है. केंद्र सरकार की बर्ड फ्लू गाइडलाइन 2015 के अनुसार जिला प्रशासन कार्य कर रहा है. इसका खास असर अभी मनुष्यों में देखने को नहीं मिला है, लेकिन इसकों लेकर प्रशासन सचेत है.
एक किमी तक जीरो मोबिलिटी घोषित
झालावाड़ में राड़ी के बालाजी क्षेत्र के एक किलोमीटर परिधि के क्षेत्र को जीरो मोबिलिटी घोषित कर दिया गया है. वहीं शहर में लोगों को माइक से बर्ड फ्लू से सचेत और जागरूक रहने के लिए अलर्ट किया जा रहा है. राड़ी के बालाजी क्षेत्र में पशुपालन विभाग की टोली के अलावा फिलहाल किसी को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
50 नमूने जांच के लिए भेजे
पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. लक्ष्मण राव ने बताया कि शनिवार को मृत पाए गए पक्षियों में करीब 50 पक्षियों के सैंपल लिए गए थे, इन्हें जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्यूरिटी भोपाल भेजा गया है. इनमें रामंगजमंडी के 6, दरा कस्बे के 2, झालावाड़ के 38 और बारां के 5 नमूने शामिल हैं. इनकी रिपोर्ट मंगलवार तक आने की संभावना है. रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी का पता चल सकता है.
माथना गांव में 19 और कौएं मृत मिले
बारां के पास माथना गांव में शनिवार को पशुपालन और वन विभाग के सर्च अभियान के दौरान 19 और कौएं मृत मिले हैं. शुक्रवार को इस गांव में 47 कौएं मृत मिले थे. इनमें 5 कौओं के शव जांच के लिए भोपाल भिजवाए गए थे. इनकी अभी रिपोर्ट नहीं मिली है. पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. हरिबल्लभ मीणा ने माथना समेत आसपास के गांवों में संयुक्त टीम ने सर्च अभियान शुरू किया है. जिले के सभी पशु चिकित्सकों और कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रखा हुआ है. इस कार्य में वन विभाग की टीमें भी जुटी हुई हैं.
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ये हैं लक्षण
- पक्षी का सुस्त होना
- नाक और कान से स्त्राव
- बुखार आना
- पक्षी को लकवा
पाली में भी बर्ड फ्लू की दस्तक
प्रदेश के कई जिलों में बर्ड फ्लू फैलने के बाद में अब पाली जिले में फ्लू ने दस्तक दे दी है. शनिवार को जहां सुमेरपुर क्षेत्र में अज्ञात कारणों से कई कौओं की मौत हुई थी. वहीं रविवार सुबह पाली शहर के दो अलग-अलग उद्यानों में कौओं की संदिग्ध मौत के मामले सामने आए हैं. इन कौओं की मौत के बाद प्रशासन भी काफी अलग नजर आया और आम लोगों को कौओं से दूर रहने के लिए कहा गया.
बताया जा रहा है कि पशु चिकित्सकों द्वारा पहले मौत हुए कौओं की जांच की जाएगी और उसके बाद ही इनकी मौत के बारे में बताया जाएगा, लेकिन अब तक मिली जानकारी के अनुसार जिस प्रकार से इनकी मौत और इनके लक्षण नजर आ रहे हैं. वह सीधे तौर पर बर्ड फ्लू की दस्तक पाली में बता रहे हैं.