अंता (बारां). जिले के अंता में 132 ग्रेड पर कार्य करते समय करंट लगने से घायल हुए 28 वर्षीय कर्मचारी की गुरुवार को मौत हो गई. अनिल कुमार प्रजापति 15 जून को 132 केवी जीएसएस पर काम कर रहा था. जिसके बाद करंट लगने से अनिल गंभीर घायल हो गया. करंट लगने से वह बुरी तरह से झुलस गया था. करंट लगने के बाद कर्मचारी को इलाज के लिए अंता अस्पताल लाया गया था. जिसके बाद क्रिटिकल कंडिशन को देखते हुए डॉक्टरों ने घायल कर्मचारी को कोटा रेफर कर दिया. कोटा के एमबीएस अस्पताल में भी डॉक्टरों ने एक दिन बाद घायल को जयपुर रेफर कर दिया था.
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11 दिन जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद 25 जून को घायल कर्मचारी ने जयपुर में दम तोड़ दिया. 132 केवी जीएसएस के कनिष्ठ अभियंता दया शंकर मालव ने बताया था कि बारिश के कारण जम्पर स्पार्किंग कर रहे थे, जिन्हें ठीक करने के लिए अनिल कुमार 11 केवी के स्थान पर गलती से 33 केवी चालू लाइन पर चढ़ गया. जिससे वह करंट की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया. 2 दिनों के लिए मेंटेनेंस के कार्य को लेकर सवेरे 7 से दोपहर 12 बजे तक बिजली सप्लाई बंद रखी गई थी इसके बावजूद बिजली कर्मचारी करंट की चपेट में आ गया.
करंट लगने से भारत में कितनी डेथ होती हैं?
करंट लगने से प्रतिदिन भारत में 30 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में 2015 में 1066 लोगों की मौत हुई थी. वहीं पूरे देश में 2015 में करंट लगने से 9986 लोगों की डेथ हुई थी. सरकार ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं. ना ही अंडरग्राउंड केबल बिछाई गई हैं. ना ही ऑटोमैटिक ट्रिपिंग डिवाइस ट्रासफार्मर पर लगाया गया है.