अंता (बारां). लॉकडाउन के कारण मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है, जिसके कारण वे अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. रविवार को जिले की सीमा पर आ रहे मजदूरों से बस चालक की ओर से मनमानी किराया वसूलने का मामला सामने आया है.
बता दें कि इस लॉकडाउन में मजदूरों को एक ओर जहां दर-दर ठोकरें खाने पर मजबूर होना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर ऐसे समय मे भी बस चालकों की ओर से मजदूरों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है. जिले की सीमा पर बड़ी संख्या में मजदूरों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को भी यहां जैसलमेर और जोधपुर से 400 से भी अधिक मजदूर पहुंचे हैं.
जानकारी के अनुसार इनमें से कई मजदूर तो 15 दिनों की लंबी पैदल यात्रा करते हुए यहां पहुंचे हैं. तो वहीं 60 मजदूर 800 रुपए प्रति व्यक्ति किराया देकर रामदेवरा से बस से यहां पहुंचे हैं. मजदूरों ने बताया कि वे रामदेवरा मजदूरी करने गए थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण मजदूरी नहीं मिलने से वापस घर लौट रहे हैं. उनका कहना है कि बस चालक की ओर से प्रति व्यक्ति 800 रुपए किराया लिया गया है.
थानाधिकारी लक्ष्मीनारायन मीना ने बताया कि जिले की सीमा पर रोजाना बड़ी संख्या में मजदूर पहुंच रहे हैं. रविवार को भी 400 मजदूरों में से 97 मजदूरों को सवेरे जल्दी बसों से भेजा जा चुका है. उन्होंने बताया कि बांकी मजदूरों को भी खाना खिलाने के बाद बसों से गंतव्य स्थानों पर पंहुचाया जाएगा. उन्होंने बताया कि रविवार को राम देवरा से मजदूरों को लेकर आई बस के चालक की ओर से मजदूरों से 8-8 सौ रुपए किराए के रूप में वसूल किए गए हैं.