छबड़ा (बारां). जिले के छबड़ा के मोतीपुरा थर्मल में 250 मेगावाट की चौथी इकाई में बुधवार देर रात राख खाली करते समय कई मजदूर झुलस गए. जानकारी के अनुसार राख खाली करते समय 4 मजदूर बुरी तरह झुलस गए. इसके बाद मौके से तीनों मजदूरों को झुलसे अवस्था में छबड़ा चिकित्सालय लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार कर तीनों को बारां रेफर कर दिया गया.
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वहीं, घटना के बाद तीन मजदूर वीरेंद्र, टीकम और एक अन्य मजदूर को राख के ढेर से झुलसी अवस्था में निकाल लिया गया, लेकिन एक मजदूर अभी भी राख के ढेर में दबा हुआ है. मजदूर को निकालने के लिए बारां से NDRF की टीम को बुलाया गया है. एनडीआरएफ की टीम मजदूर को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. मजदूर अभी भी राख के ढेर में दबा हुआ है. वहीं, 9 घंटे बाद भी मजदूर को नहीं निकाला जा सका है.
घटना की सूचना मिलते ही देर रात छबड़ा डीएपी ओमेंद्र शेखावत छबड़ा चिकित्सालय पहुंचे और घटना की जानकारी ली. इसके बाद शेखावत घटनास्थल पर जाकर जायजा लिया. बता दें, थर्मल प्रशासन की ओर से अपने स्तर पर रेस्क्यू जारी है. बारां से SDRF की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है. वहीं, मजदूर का राख के ढेर से जीवित या शव का निकाल पाना बहुत मुश्किल है क्योंकि मौके पर हजारों टन राख है. बता दें, भीलवाड़ा निवासी दिनेश मेहता राखों के ढेर में दबा हुआ है.