बारां. एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक चिकित्सक को 5 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. वहीं इस मामले में ब्लॉक सीएमएचओ मौके से फरार होने में कामयाब हो गया. रिश्वतखोर डॉक्टर ने ठेकेदार से भवन निर्माण के हैंड ओवर और टेकन ओवर करने की एवज में रिश्वत ली थी.
जानकारी के अनुसार परिवादी भवानी शंकर ने एसीबी को परिवाद दिया था. जिसमें बताया कि उसने किशनगंज के पीपल्दा क्षेत्र में एक चिकित्सा विभाग की बिल्डिंग का निर्माण किया था. जिसका 16 लाख रुपए का बिल अटका हुआ था. यह भुगतान बिल्डिंग के हैंड ओवर के चार्ज के बाद उसे मिलना था. पिछले 2 महीने से किशनगंज ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश कुमार मीणा और डॉ. वीरेंद्र इस कार्य के लिए 12 हजार रुपए रिश्वत मांग रहे हैं. इसकी शिकायत पर एसीबी ने सत्यापन कराया. जिसमें गुरुवार को 7 हजार डॉ. वीरेंद्र ने ले लिए जो उसने बीसीएमएचओ डॉ. कमलेश कुमार मीणा को दिए.
सत्यापन के बाद एसीबी ने शाम को ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया. इसमें बचे हुए 5 हजार रुपये लेने के लिए बारां शहर के तेल फैक्ट्री एरिया में डॉ. वीरेंद्र आया. उसके साथ बीसीसीएमएचओ डॉ. कमलेश कुमार मीणा भी था. परिवादी भवानी शंकर ने रिश्वत की राशि डॉ. वीरेंद्र को दी, इसके बाद एसीबी को इशारा कर दिया. एसीबी ने तुरंत डॉक्टर वीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मौका देखकर बीसीएमएचओ डॉ. कमलेश कुमार मीणा मौके से फरार हो गया. एसीबी अब उनकी तलाश में जुटी हुई है. एसीबी ने माना है कि इस मामले में फरार बीसीएमएचओ डॉ. कमलेश कुमार मीणा की मिलीभगत है. इस मामले में एसीबी की कार्रवाई अभी जारी है.