छबड़ा (बारां). क्षेत्र की पुलिस को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए खेरखेड़ा भूरा गांव में दस वर्षीय बालक के अपहरण की गुत्थी को सुलझाते हुए अपहरणकर्ता गिरोह के सरगना शिवराज मीणा को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने उनके चगुंल से बालक को सकुशल मुक्त भी करा लिया. गिरोह के एक अन्य सदस्य को भी डिटेन किया गया है. सरगना शिवराज मीणा के विरुद्ध मध्य प्रदेश सहित अन्य थानों में तकरीबन 27 अलग-अलग मामले दर्ज है. मामला 5 लाख की फिरौती को लेकर अपहरण से जुड़ा हुआ है.
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जिला पुलिस अधीक्षक रवि साबर मल शनिवार को छबड़ा पहुंचे और प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि 5 दिन पूर्व खेरखेड़ा भूरा गांव में रात्रि 1 बजे 10 वर्षीय रामेष्वर लोधा नाम के बालक का अपहरण कर लिया गया था.
छबड़ा, बारां, गुना और स्पेशल पुलिस टीमों द्वारा लगातार अपहरणकर्ताओं की तलाश में विभिन्न स्थानों और मध्य प्रदेश के जंगलों में सर्च अभियान चलाया गया. जिसके बाद दो दिन पूर्व एसपी विजय स्वर्णकार के नेतृत्व में विशेष तकनीकी आधार पर अपह्रत बालक और अपहरणकर्ताओं के मोबाइल लोकेशन ट्रैप की गई.
इसके आधार पर शुक्रवार रात्रि को मध्य प्रदेश के गुना जिले के एक खेत पर अपहपणकर्ताओं के छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने दबिश दी. इसपर अपहरणकर्ता अंधेरे में भागने लगे, लेकिन पुलिस ने मौके से अपहरणकर्ताओं से अपह्रत बालक रामेष्वर लोधा को छुड़ा लिया, लेकिन अपहरणकर्ता फरार हो गए.
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इसके बाद पुलिस ने अपहरण की साजिश रचने वाले व्यक्ति को डिटेन कर मुख्य सरगना शिवराज मीणा को गिरफ्तार कर लिया. एसपी साबरमल ने बालक के अपहरण को लेकर जहां सारा घटनाक्रम और अपहरणकर्ताओं द्वारा 5 लाख रुपये की फिरौती मांगना बताया गया है. वहीं अन्य फरार अपहरणकर्ताओं की भी शीघ्र गिरफ्तारी करने की बात कही है.