बांसवाड़ा. शहर के महात्मा गांधी अस्पताल में शनिवार रात में उपचार के दौरान एक 14 वर्षीय किशोरी की मौत हो (Uproar in MG Hospital over girl death) गई. जिसके बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ. आरोप है कि हंगामे के बीच कुछ लोगों ने नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर के साथ बदतमीजी भी की और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. एक नर्सिंग स्टाफ को पीटने की भी कोशिश की गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने हगांमा कर रहे कई लोगों को हिरासत में लिया. मौके पर पुलिस का भारी जाप्ता तैनात है.
आनंदपुरी क्षेत्र के शेरगढ़ कस्बे के निकट पंचाल गांव की भारती नाम की 14 वर्षीय किशोरी को एमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जो कि डायरिया के कारण बीते 5 दिन से परेशान थी. परिजनों का कहना था कि पहले उसे शेरगढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उपचार चल रहा था, पर जब उसकी स्थिति ज्यादा बिगड़ी तो उसे बांसवाड़ा एमजी अस्पताल रेफर कर दिया गया और शनिवार रात को उसे एमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. ड्यूटी डॉक्टर के मुताबिक उन्होंने तत्काल चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ कांतिलाल मईडा को बुलाया लेकिन इलाज के दौरान किशोरी की मौत हो गई. इसके बाद वहां मौजूद बच्ची के परिजनों ने खूब शोर मचाया और नर्सिंग स्टाफ, डॉक्टरों से बदतमीजी की. अस्पताल के मुताबिक नर्सिंग स्टाफ को पीटने की कोशिश भी की गई.
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पुलिस कंट्रोल रूम से भेजी गई जवानों की टुकड़ी: अस्पताल से ही किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम ने एमबीसी के जवानों की एक टुकड़ी मौके पर भेज दी. साथ ही राजस्थान पुलिस के जवान भी कोतवाली पुलिस से अस्पताल पहुंचे. पुलिस ने हल्ला मचा रहे कुछ लोगों को हिरासत में लिया और उन्हें कोतवाली लेकर आई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले को शांत कराया गया . अस्पताल की ओर से किसी भी तरह की रिपोर्ट या एफआईआर दर्ज होगी तो मामले की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है, बस पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
परिजन बोले हमने नहीं हंगामा किया: हंगामे को लेकर परिजनों का कहना है कि हमारी ओर से अस्पताल में कोई हंगामा नहीं किया गया. जिन लोगों ने हंगामा किया और अभद्रता की हम उनको जानते तक नहीं है. वहीं, नर्सिंग स्टाफ ने हंगामे की बात तो स्वीकार की और अभद्रता की लेकिन ये नहीं पहचान कर सके वह कौन लोग थे, जिन्होंने ये घटना की.
रात्रि 12:00 बजे पीएमओ पहुंचे अस्पताल: मध्य रात्रि करीब 12:00 बजे अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर खुशपाल सिंह राठौर अस्पताल पहुंचे और वहां से बच्चा वार्ड पहुंचे. इसके बाद उन्होंने नर्सिंग स्टाफ, डॉक्टर और परिजनों से बात की है. उन्होंने बताया उपचार के दौरान एक बच्ची की मौत हो गई है, वहीं एक अन्य बच्चा सीरियस है. जो भी घटना अस्पताल में हुई उसकी रविवार को रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी. नर्सिंग स्टाफ के साथ इस तरह की घटना किसी भी हाल में स्वीकार नहीं होगी.