बांसवाड़ा. जिले में गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के झेर गांव में जनसभा के बाद जयपुर रवानगी से पहले हंगामा खड़ा हो गया. दरअसल किसानों अपनी समस्याओं को लेकर जनसभा स्थल पर पहुंचे थे, जो मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना चाहता था, लेकिन मुख्यमंत्री वहां से निकल गए.
बता दें कि किसानों ने अनदेखी का आरोप लगाते हुए मौके पर हंगामा खड़ा कर दिया इससे पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया. पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे टस से मस नहीं हुए. मुख्यमंत्री सभा के बाद जैसे ही वहां से निकले सभा स्थल की ओर से कुछ किसान उनके पीछे हो लिए.
इस बीच मुख्यमंत्री हेलीपैड की ओर बढ़ गए और पुलिस घेरे में पहुंच गए. यह देख कर किसान सभा के संभागीय अध्यक्ष रणछोड़ पटेल अपने सहयोगी किसानों के साथ पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया. अचानक इस घटनाक्रम से पुलिस अफसर भी स्तब्ध रह गए.
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वहीं कई पुलिसकर्मी दौड़ पड़े और उन्हें समझाने लगे, लेकिन पटेल जोर-जोर से मुख्यमंत्री पर उनकी मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते रहे. उनका कहना था कि 25 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री को किसानों की समस्याओं के संबंध में ज्ञापन देना चाहता था, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर उन्हें नहीं मिलने दिया गया. यहां तक कि ज्ञापन तक नहीं देने दिया गया. जबकि वह शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग रख रहे थे. अपनी समस्याओं के संबंध में उन्होंने जिला प्रशासन को भी अवगत कराया परंतु किसानों की समस्याओं को लेकर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है.
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हालांकि उस समय तक मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर तक पहुंच चुके थे. कुछ लोग दूसरों के जरिए मुख्यमंत्री तक ज्ञापन पहुंचाने की बात कहते नजर आए परंतु महासभा के लोग इसके लिए तैयार नहीं हुए और बिना ज्ञापन किए ही निकल गए. मुख्यमंत्री के इस रवैया को लेकर किसानों में खासी नाराजगी देखी गई.