बांसवाड़ा. जिले में परिवहन विभाग के रूट पर वाहनों के अवैध संचालन को लेकर निजी बस संचालक बेहद परेशान हैं. शुक्रवार को बस संचालकों ने जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय पहुंचकर डीटीओ अभय मुद्गल को अपनी मांग के संबंध में ज्ञापन सौंपा है. साथ ही बस संचालक कलेक्ट्रेट भी पहुंचे और जिला कलेक्टर को अपनी समस्याएं बताई. बस संचालकों ने मुताबिक जिला कलेक्टर ने इस मामले में आवश्यक कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया है.
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निजी बस संचालकों का कहना है कि जीप से लेकर ऑटो रिक्शा तक परिवहन विभाग के रूटों पर खुलेआम दौड़ रहे हैं. यहां तक कि यात्रियों की जान से खिलवाड़ करते हुए 25 से ज्यादा लोगों को बैठाया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. बस संचालकों के मुताबिक जिले के सभी रूटों पर अवैध तरीके से जीप और ऑटो रिक्शा का संचालन हो रहा है. हर गाड़ी के आगे-पीछे इस प्रकार के वाहनों से उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है.
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अपने ज्ञापन के जरिए निजी बस संचालकों ने ये भी कहा कि अवैध तरीके से वाहन चलाने वाले रूट पर चलने वाली बसों के स्टाफ से विवाद करने से भी नहीं चूकते. वहीं, हम लोग सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए बसों का संचालन कर रहे हैं. साथ ही निजी बस संचालकों ने बताया कि प्रति वर्ष टैक्स के रूप में 1,60,000 रुपये जमा करवाने होते हैं, जबकि अवैध रूप से संचालित वाहनों से सरकार को कोई रेवेन्यू नहीं मिलता. ऐसे में बस संचालकों द्वारा अवैध वाहनों पर लगाम लगाते हुए उन्हें राहत पहुंचाने का आग्रह किया गया है.