बांसवाड़ा. जिले के भूंगड़ा थाना क्षेत्र के हंगरी पाड़ा गांव में शुक्रवार दोपहर बाद कुएं में डूबने से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई. इसमें एक भाई और दो बहनें हैं. वहीं घटना के बाद अवसाद में आई मां ने भी कुएं में कूदकर जान देने की कोशिश की.
आत्महत्या की कोशिश करने वाली महिला को फिलहाल निकाल लिया गया है और एमजी अस्पताल में उपचार जारी है. पूरी घटना का खुलासा तब हुआ जब मां को लेकर एमजी अस्पताल में शुक्रवार शाम करीब 8 बजे भर्ती कराया गया. भूंगड़ा थाना अधिकारी गजवी सिंह सोलंकी ने बताया कि वाडगुन पंचायत के हंगरी पाड़ा गांव में गणेश के घर के बाहर ही कुआं है.
इस कुएं पर शुक्रवार दोपहर बाद करीब 4:00 बजे गणेश का 7 साल का बेटा विजयपाल नहाने के लिए गया था. कुएं पर पानी इतना ऊपर था कि किसी भी बर्तन से पानी को भरा जा सकता था. पानी भरने के दौरान बच्चे का पैर फिसला और वह कुएं में जा गिरा. जब उसकी 8 साल की बहन सारिका ने भाई को देखा तो वह भी उसे बचाने के लिए कुएं में कूद गई.
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दोनों डूब गए तो 12 साल की दूसरी बहन गुड्डी ने भी कुएं में छलांग लगा दी. इस घटना के काफी देर बाद आस-पास के लोगों को पता चला. लोगों ने खेत में काम कर रही मां को बताया. मां मौके पर पहुंचती तब तक ग्रामीणों ने तीनों बच्चों के शवों को बाहर निकाल लिया था. तीनों बच्चों के शव एक साथ देख अवसाद में आई मां ने भी कुएं में छलांग लगा दी.
मुश्किल से मां को बचाया जा सका
पुलिस के अनुसार महिला के कुएं में कूदने के कुछ ही पल में गांव के कुछ लोग कुएं में उतर गए और उसे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला. क्योंकि कुआं पानी से ऊपर तक लबालब भरा हुआ है. फिलहाल महिला को उपचार के लिए एमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं जानकारी मिली है कि बच्चों के पिता गणेश को सूचित कर दिया गया है. गणेश गुजरात में रहकर मजदूरी करता है.