बांसवाड़ा. बीते दिन पृथ्वी गंज में बिल्डिंग का छज्जा गिरने से कुछ लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद घायलों की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए, उनकी मदद के लिए मुस्लिम समाज ने आगे आकर महज 24 घंटों में तीन लाख रुपए की राशी एकत्रित कर ली.
बता दें कि सोमवार को घटना का विडियो फुटेज सामने आया है. जिसमें पूरी घटना को साफ तौर पर देखा जा सकता है. वहीं हादसे का यह विडियो सामने स्थित एक मकान में लगे सीसीटीवी के जरिए मिला. इस हादसे में सड़क पर चल रही बारात में शामिल तीन लोग भी घायल हो गए.
ईटीवी भारत की ओर से जुटाए गए फुटेज के अनुसार घटना से पहले रास्ते से बारात निकल रही थी. जिसमें बाराती डीजे की धुन पर नाचते हुए आगे बढ़ रहे थे. साथ ही आसपास बसे लोग भी बारात देखने अपनी छतों पर और घर के बाहर पहुंचे थे. अचानक तेज आवाज के साथ सड़क किनारे स्थित बब्बन भाई के मकान का छज्जा भरभराकर सड़क पर जा गिरा.
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वहीं छज्जे के साथ ही उस पर मौजूद महिलाएं और बच्चे भी नीचे गिर गए. साथ ही नीचे खड़े लोग और कुछ बाराती भी छज्जे के नीचे आने से घायल हो गए. जिसके बाद मौके पर एकत्रित हुई भीड़ ने घायलों को तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया.
जानकारी के अनुसार छज्जा गिरने वाला मकान बब्बन भाई का था. जिसमें बब्बन भाई और उनके पिता कि मृत्यु के बाद दोनों सास-बहू अपने बच्चों के साथ रहती हैं. ये दोनों ही औरतें जैसे-तैसे अपना घर चला रहीं हैं. खर्चा चलाने के लिए इन्होंने अपने मकान के आगे का हिस्सा निकट संबंधी नत्थे खां को किराए पर दे रखा है. वहीं नत्थे खां की आर्थिक स्थिति भी कमजोर बताई जा रही है.
बता दें कि हादसे में नत्थे खां के परिवार से चार लोग जख्मी हो गए. जिनमें से उनकी पत्नी और बच्चे आसिफ की हालत गंभीर बताई गई है. साथ ही छज्जे पर खड़ी बालिका तन्नू और एक अन्य की हालत भी गंभीर बताई जा रही है. जिसके बाद घायलों के परिवारों की हालत देखते हुए मुस्लिम समुदाय उनकी मदद को आगे आया.
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गौरतलब है कि अंजुमन संस्था के आह्वान पर कल रात को ही करीब सवा लाख रुपए से अधिक की सहयोग राशि एकत्र हो गई. जो सोमवार को करीब तीन लाख के पार हो गई. यह संस्था इन लोगों की मदद के लिए आगे आई, और हर संभव सहयोग की बात कही है. संस्था के सदर शोएब खान उर्फ विक्की भाई ने बताया कि घायल लोगों के परिवारों की आर्थिक हालत देखते हुए समुदाय का हर शख्स अपनी क्षमता के अनुसार मदद कर रहा है. इसके बाद में भी अगर और राशि की जरूरत होती है तो संस्था द्वारा सीधे अस्पताल को राशि भेजी जाएगी.