बांसवाड़ा. राजकोट के बाद बांसवाड़ा में भी लोगों को एक साथ संक्रमण मुक्त करने के लिए लियो कॉलेज ने पहल की और मात्र 6 घंटे में डिस इनफेक्टिव मशीन तैयार कर ली. 4 युवाओं ने मिलकर महामारी से खौफ के शिकार शहर के लोगों को यह सौगात दी.
यह मशीन मंगलवार को महात्मा गांधी चिकित्सालय के प्रवेश गेट पर स्थापित कर दी गई है. क्योंकि सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा हॉस्पिटल में रहता है. ऐसे में हर आने जाने वाले व्यक्ति को इस मशीन के जरिए सैनिटाइजर किया जा रहा है. कॉलेज के इस नवाचार की हर जगह प्रशंसा हो रही है.
10 सेकंड में संक्रमण का खात्मा
कुटियानुमा इस मशीन से गुजरने के दौरान सैनिटाइजर का स्प्रे होता है. यानी सिर्फ 10 सेकंड में इस मशीन से गुजरने के दौरान ही कोई भी व्यक्ति संक्रमण मुक्त हो जाता है. इसके लिए 500 लीटर सैनिटाइजर की टंकी रखी गई है, जिसे मशीन के स्प्रे करने वाले हिस्से से जोड़ा गया है. मोटर पंप की ओर से टंकी से सैनिटाइजर मशीन में पहुंचता है, जिससे स्प्रे चलता रहता है.
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चार युवा ने मिलकर तैयार की मशीन
संक्रमण मुक्ति के लिए पहली मशीन राजकोट में बनाए जाने की खबर मिलने के साथ ही लियो कॉलेज के निदेशक मनीष त्रिवेदी ने अपने साथियों अजय पांडे, रवि पंड्या और आशीष से इस बारे में चर्चा की और सोमवार शाम तक इस मशीन का निर्माण शुरू किया. जिसके बाद सिर्फ 6 घंटे में मशीन तैयार कर दी गई. जब मशीन के उपयोग का सवाल आया तो सबसे पहले महात्मा गांधी चिकित्सालय की तस्वीर सामने आई.
जहां सैकड़ों लोग उपचार के लिए पहुंचते हैं. संक्रमण मुक्त होकर लोग हॉस्पिटल में पहुंचे इसके लिए यह मशीन हॉस्पिटल के गेट पर स्थापित करने का निर्णय किया गया. कॉलेज निदेशक त्रिवेदी ने बताया कि प्रशासन चाहे तो वे लोग इस प्रकार की और भी मशीनें तैयार कर सकते हैं. सैनिटाइजर स्प्रे से कोई भी व्यक्ति मात्र 10 सेकंड में संक्रमण मुक्त हो सकता है.