बांसवाड़ा. राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश की पालना में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवेंद्र सिंह भाटी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नंदलाल पुरोहित और अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक निनामा की टीम ने बुधवार को जिला कारागृह का निरीक्षण किया. इस दौरान टीम को कारागार में बंद वर्तमान में निरुद्ध बंदियों की संख्या उपलब्ध कराई गई. साथ ही विभिन्न सुविधाओं के साथ-साथ कारागार में सामाजिक दूरी रखी जा रही है या नहीं, बंदियोंं के लिए मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था सहित विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी ली गई.
कारागार के निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि प्रवेश द्वार पर हैंडवाश और सैनिटाइजर की व्यवस्था है. इसके साथ ही आने जाने वाले लोगों को सैनिटाइजर के उपयोग के बाद ही जेल के भीतर प्रवेश दिया जा रहा है. बंदियों को मास्क भी उपलब्ध करवाई गई है. साथ ही साफ सफाई की व्यवस्था भी संतोषजनक है. जिन बंदियों का स्वास्थ्य खराब है, उन्हें अलग से रखा जा रहा है. साथ ही जेल में आने वाले नए कैदियों को अलग बैरक में रखा जा रहा है. जिससे संक्रमण के खतरे की आशंका नहीं रहे.
ये पढ़ें: बांसवाड़ा में 3 बालिकाओं की नदी में डूबने से मौत, निकाले गए शव
निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने कैदियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली. इस दौरान सामने आया कि कारागृह की क्षमता 238 है, जबकि यहां 276 कैदियों को रखा जा रहा है. इस कारण सामाजिक दूरी की पालना करवाने में कारागृह प्रशासन अपने आप को बेबस महसूस कर रहा है. टीम ने सभी कैदियों को और एक एक मास्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. साथ ही आइसोलेशन वार्ड के रूप में उपयोग की जा रही दो सेल में तत्काल प्रभाव से पंखे लगाने के निर्देश दिए. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव भाटी ने बताया कि, बांसवाड़ा जिला कारागार की व्यवस्थाओं को लेकर जेल प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए.
ये पढ़ें: राजस्थान की जेलों में कोरोना 'विस्फोट'...जेल नियमों में किए गए कई बदलाव
कुशलगढ़ उप कारागृह का निरीक्षण
वहीं उच्च न्यायालय के निर्देशों के क्रम में तालुका विधिक सेवा समिति, कुशलगढ़ के अध्यक्ष पूरण सिंह मीणा ने अधिवक्ता दिलीप सेन और ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जवाहर सिंह के साथ कुशलगढ़ उप कारागृह का निरीक्षण किया. साथ ही कोरोना से बचाव के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की.