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बांसवाड़ा के संस्थापक बासिया भील को अब मिलेगी पहचान...4 टन की प्रतिमा की होगी स्थापना

बासिया भील ने जिस बांसवाड़ा शहर को बसाया था. अब उन्हीं के सम्मान में यह शहर उनकी प्रतिमा को स्थापित करने वाला है. लगभग 4 टन वजन और 70 लाख रुपये वाला यह प्रोजेक्ट जल्द ही पूरा हो जाएगा.

बांसवाड़ा में बासिया भील की 4 टन की प्रतिमा स्थापित की जाएगी
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Published : Aug 6, 2019, 1:07 PM IST

बांसवाड़ा. शहर के संस्थापक माने जाने वाले बासिया भील को उनकी असल पहचान मिलने जा रही है. अगले महीने शहर में बासिया भील की विशाल प्रतिमा का अनावरण किया जाने वाला है. करीब 4 टन से अधिक वजन की यह प्रतिमा फिलहाल प्लेटफॉर्म पर स्थापित कर दी गई है.

बांसवाड़ा में बासिया भील की 4 टन की प्रतिमा स्थापित की जाएगी

पढ़ें - बांसवाड़ा: मंत्री बामणिया के आश्वासन पर छात्रों ने किया धरना समाप्त

इस शहर की स्थापना का श्रेय आदिवासी भील राजा बासिया भील को दिया जाता है. कहा जाता है कि बासिया भील द्वारा इस शहर की आधारशिला रखी गई. आदिवासी संगठनों द्वारा लंबे समय से फूल की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की जा रही थी. जिसे भूतपूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने शासनकाल के अंतिम चरण में स्वीकृति दी.

70 लाख का है यह प्रोजेक्ट
सरकार द्वारा विशालकाय प्रतिमा स्थापना के इस महती प्रोजेक्ट के लिए करीब 70 लाख की राशि मंजूर की गई. लेकिन जमीन के अभाव में काफी समय तक काम शुरू नहीं हो पाया. अंततः नगर परिषद द्वारा अपने भवन के बाहर ही कुशल बाग से सटी जमीन को इसके लिए उपयुक्त मानते हुए निर्माण कार्य फिर से शुरू करवाया गया है.


न्यायालय में ले जाया गया था मामला
शहर के निवासी नरेश तलवार ने मूर्ति की स्थापना सड़क पर किए जाने का आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट से शिकायत की थी. जिसके चलते न्यायालय ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया था. इस वजह से मूर्ति स्थापना का काम रोक दिया गया था. करीब 2 माह पहले न्यायालय द्वारा नगर परिषद को इस मामले में राहत दी गई. इसके साथ ही मूर्ति का निर्माण कार्य फिर से शुरू हो कर दिया.

अंतिम चरण में पहुंचा मूर्ति निर्माण कार्य
यह कार्य दो हिस्सों में पूरा किया जा रहा है. करीब 40 लाख रुपए मूर्ति स्थापना के लिए रखे गए. वहीं शेष राशि प्लेटफॉर्म निर्माण के लिए तय की गई. मूर्ति स्थापना का कार्य लगभग अंतिम चरण में पहुंच गया है. करीब 4300 किलो ग्राम वजनी मूर्ति को प्लेटफॉर्म पर स्थापित कर दिया गया है. यह प्रतिमा शहर में अब तक की सबसे बड़ी प्रतिमा मनी जा रही है. वहीं प्लेटफॉर्म निर्माण के साथ मूर्ति के दोनों ओर फव्वारा सिस्टम भी लगाया जाना है.

नगर परिषद के अनुसार शहरवासियों के लिए यह स्टेचू आकर्षण का केंद्र रहेगा. इसे एक पिकनिक स्पॉट की तरह डेवेलप किया जा रहा है. नगर परिषद के आयुक्त प्रभु लाल भाबोर के अनुसार मूर्ति स्थापना का कार्य पूरा हो चुका है. वहीं प्लेटफॉर्म निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया है कि कारीगर बाहर से बुलाए गए थे. जो अभी किसी काम से बाहर गए हुए है. कारीगरों के लौटने के साथ ही शेष कार्य पूरा कराया जाएगा.

बांसवाड़ा. शहर के संस्थापक माने जाने वाले बासिया भील को उनकी असल पहचान मिलने जा रही है. अगले महीने शहर में बासिया भील की विशाल प्रतिमा का अनावरण किया जाने वाला है. करीब 4 टन से अधिक वजन की यह प्रतिमा फिलहाल प्लेटफॉर्म पर स्थापित कर दी गई है.

बांसवाड़ा में बासिया भील की 4 टन की प्रतिमा स्थापित की जाएगी

पढ़ें - बांसवाड़ा: मंत्री बामणिया के आश्वासन पर छात्रों ने किया धरना समाप्त

इस शहर की स्थापना का श्रेय आदिवासी भील राजा बासिया भील को दिया जाता है. कहा जाता है कि बासिया भील द्वारा इस शहर की आधारशिला रखी गई. आदिवासी संगठनों द्वारा लंबे समय से फूल की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की जा रही थी. जिसे भूतपूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने शासनकाल के अंतिम चरण में स्वीकृति दी.

70 लाख का है यह प्रोजेक्ट
सरकार द्वारा विशालकाय प्रतिमा स्थापना के इस महती प्रोजेक्ट के लिए करीब 70 लाख की राशि मंजूर की गई. लेकिन जमीन के अभाव में काफी समय तक काम शुरू नहीं हो पाया. अंततः नगर परिषद द्वारा अपने भवन के बाहर ही कुशल बाग से सटी जमीन को इसके लिए उपयुक्त मानते हुए निर्माण कार्य फिर से शुरू करवाया गया है.


न्यायालय में ले जाया गया था मामला
शहर के निवासी नरेश तलवार ने मूर्ति की स्थापना सड़क पर किए जाने का आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट से शिकायत की थी. जिसके चलते न्यायालय ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया था. इस वजह से मूर्ति स्थापना का काम रोक दिया गया था. करीब 2 माह पहले न्यायालय द्वारा नगर परिषद को इस मामले में राहत दी गई. इसके साथ ही मूर्ति का निर्माण कार्य फिर से शुरू हो कर दिया.

अंतिम चरण में पहुंचा मूर्ति निर्माण कार्य
यह कार्य दो हिस्सों में पूरा किया जा रहा है. करीब 40 लाख रुपए मूर्ति स्थापना के लिए रखे गए. वहीं शेष राशि प्लेटफॉर्म निर्माण के लिए तय की गई. मूर्ति स्थापना का कार्य लगभग अंतिम चरण में पहुंच गया है. करीब 4300 किलो ग्राम वजनी मूर्ति को प्लेटफॉर्म पर स्थापित कर दिया गया है. यह प्रतिमा शहर में अब तक की सबसे बड़ी प्रतिमा मनी जा रही है. वहीं प्लेटफॉर्म निर्माण के साथ मूर्ति के दोनों ओर फव्वारा सिस्टम भी लगाया जाना है.

नगर परिषद के अनुसार शहरवासियों के लिए यह स्टेचू आकर्षण का केंद्र रहेगा. इसे एक पिकनिक स्पॉट की तरह डेवेलप किया जा रहा है. नगर परिषद के आयुक्त प्रभु लाल भाबोर के अनुसार मूर्ति स्थापना का कार्य पूरा हो चुका है. वहीं प्लेटफॉर्म निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया है कि कारीगर बाहर से बुलाए गए थे. जो अभी किसी काम से बाहर गए हुए है. कारीगरों के लौटने के साथ ही शेष कार्य पूरा कराया जाएगा.

Intro:बांसवाड़ाl आदिवासी बहुल बांसवाड़ा शहर के संस्थापक बासिया दिल को पहचान मिलने जा रही हैl सब कुछ सही रहा तो अगले माह तक शहर में बासिया भील की विशाल प्रतिमा का अनावरण देखने को मिलेगाl करीब 4 टन से अधिक वजन की यह प्रतिमा फिलहाल प्लेटफॉर्म पर स्थापित कर दी गई हैl


Body:इस शहर की स्थापना का श्रेय आदिवासी भील राजा बासिया भील को दिया जाता हैl कहा जाता है कि बासिया भील द्वारा इस शहर की आधारशिला रखी गई। आदिवासी संगठनों द्वारा लंबे समय से फूल की प्रतिमा स्थापना की मांग की जा रही थी जिसे तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने शासनकाल के अंतिम चरण में स्वीकृति दी।

7000000 का प्रोजेक्ट

सरकार द्वारा विशालकाय प्रतिमा स्थापना के इस महती प्रोजेक्ट के लिए करीब 7000000 की राशि मंजूर की लेकिन जमीन के अभाव में काफी समय तक काम शुरू नहीं हो पाया। अंततः नगर परिषद द्वारा अपने भवन के बाहर ही कुशल बाग से सटी जमीन को इसके लिए उपयुक्त मानते हुए निर्माण कार्य शुरू करवाया।


Conclusion:न्यायालय में गया मामला

शहर के नरेश तलवार नामक व्यक्ति द्वारा मूर्ति स्थापना सड़क पर किए जाने का आरोप लगाते हुए मामला हाई कोर्ट तक ले जाया गया। न्यायालय द्वारा संबंधित पक्षों को नोटिस जारी करने के साथ ही मूर्ति स्थापना का काम रुक गया। 2 माह पहले न्यायालय द्वारा नगर परिषद को इस मामले में राहत दी गई। इसके साथ ही निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया।

स्टेचू निर्माण का कार्य अंतिम चरण में

यह कार्य दो हिस्सों में पूरा किया जा रहा है। करीब गन 4000000 रुपए मूर्ति स्थापना के लिए रखे गए वहीं शेष राशि प्लेटफॉर्म निर्माण के लिए तय किए गए। मूर्ति स्थापना का कार्य करीब करीब अंतिम चरण में पहुंच गया है। करीब 4300 किलो ग्राम वजनी मूर्ति को प्लेटफॉर्म पर स्थापित कर दिया गया हैl यह प्रतिमा शहर में अब तक की सबसे बड़ी प्रतिमा मनी जा रही हैl वहीं प्लेटफॉर्म निर्माण के साथ मूर्ति के दोनों और फव्वारा सिस्टम बी लगाया जाना हैl नगर परिषद के अनुसार शहरवासियों के लिए यह स्टेचू आकर्षण का केंद्र रहेगाl इसे एक पिकनिक स्पॉट की तरह डिवेलप किया जा रहा हेl नगर परिषद के आयुक्त प्रभु लाल भाबोर के अनुसार मूर्ति स्थापना का कार्य पूर्ण हो चुका है वहीं प्लेटफॉर्म निर्माण का कार्य अंतिम चरण में हैl कारीगर बाहर के हैं जिनके लौटने के साथ ही शेष कार्य पूरा कराया जाएगाl

बाइट....... प्रभु लाल भाबोर आयुक्त नगर परिषद बांसवाड़ा
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