बांसवाड़ा. जिले के लोहारिया इलाके में 19 मार्च को कथित दुर्घटना में प्रमिला पाटीदार की मौत हो गई थी. जिसकी तफतीश करने पर पुसिल को पता चला की यह दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या का मामला है. जिसे पत्थर से कुचल कर मारा गया था. बाद में पति ने अज्ञात लोगों द्वारा हमले की कहानी गड़ डाली, लेकिन बिना पोस्टमार्टम कराए शव को घर ले गया.
जिसके बाद पुलिस ने महिला के पति से पूछताछ की. जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया.आरोपी पति ने बताया कि चरित्र पर संदेह को लेकर उसने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतरा था. पुलिस ने उसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि 19 मार्च रात 9 बजे पुलिस को सूचना मिली कि लोहारिया थाना अंतर्गत रुजिया और वजाखरा गांव के बीच दुर्घटना में बाइक सवार पति पत्नी घायल हो गए हैं. भीमपुर चौकी से पुलिस जवान मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आसपास के लोगों द्वारा घायलों को महात्मा गांधी चिकित्सालय बांसवाड़ा पहुंचा दिया गया.
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जहां उपचार के दौरान घायल 40 वर्षीय प्रमिला पति दिनेश पाटीदार की मौत हो गई. परिजन बिना किसी पोस्टमार्टम के ही शव घर लेकर चले गए. जिसके बाद 20 मार्च को लोहारिया थाना अधिकारी हनुवंत सिंह और घाटोल के पुलिस उपाधीक्षक कमल कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों से पूछताछ की.
पुलिस अधिकारियों ने मृतका के पति दिनेश से पूछताछ की तो उसने 19 मार्च को पत्नी प्रमिला के साथ मोटरसाइकिल से रोहिडा गांव जाना बताया और वहां से लौटने के दौरान वदुआ वाला खेत के पास तीन अज्ञात बाइक सवार लोगों द्वारा अचानक उसकी बाइक को अचानक लात मारने की बात कही. हमलावरों द्वारा उसके सिर पर वार करने की भी बात कही गई. अंततः जैसे तैसे कर फोन से चंद्र पाटीदार को घटना की जानकारी दी और निजी वाहन से बांसवाड़ा पहुंचे.
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वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कैसा सिंह शेखावत ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण मीणा और घाटोल पुलिस उप अधीक्षक कमल कुमार के नेतृत्व में थानाधिकारी लोहारिया हनुवंत सिंह, आनंदपुरी थाना अधिकारी कपिल पाटीदार मोटा गांव थाना अधिकारी हेमंत चौहान और भीमपुर चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह को शामिल करते हुए टीम गठित की और मामले की पड़ताल के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
अनुसंधान के दौरान दिनेश के बयान विरोधाभासी पाए गए और वह पुलिस के शक के दायरे में आ गया.कथित दुर्घटना में दिनेश को मामूली चोट लगने और बिना पुलिस को सूचना दिए अमृत का गिलास को घर ले जाने के अलावा हमलावरों द्वारा प्रमिला की गहने सुरक्षित मिलने जैसे तथ्यों को जांच के दायरे में लिया.
पुलिस टीम ने पाया कि घटना के दिन दिनेश अपनी पत्नी के साथ रोहिल्ला गांव में सुरेश के घर खाना खाने गया, किंतु वहां से बिना खाना खाए सिर्फ नाश्ता कर आधे घंटे में ही निकल गया था. अंतत पुलिस ने मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो दिनेश पुलिस के आगे टूट गया और उसने पत्नी प्रमिला को सुनसान जगह पर रात्रि के अंधेरे में सिर पर पत्थर मार कर मौत के घाट उतारने का अपराध कबूल कर लिया.
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आरोपी दिनेश ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी प्रमिला किसी लड़के से मोबाइल पर बात करती रहती थी. दो-तीन बार उसको लड़के से मोबाइल पर बात करते हुए पकड़ा भी था और उसे चेतावनी दी लेकिन वह नहीं मानी. घटना के 1 दिन पहले भी वह किसी लड़के से बात करी थी. इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया. गुस्से में दिनेश ने उसका मोबाइल भी तोड़ दिया. दिनेश ने अपने बच्चों को पूछा तो बच्चों ने बताया कि कोई अज्ञात लड़का कभी कबार उसके घर भी आता था. जिसके बाद दिनेश ने प्रमिला की हत्या की प्लानिंग तैयार कर दी.
पुलिस उपाधीक्षक कमल कुमार ने बताया कि चरित्र पर संदेह को लेकर दिनेश ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी. पहले उसने दुर्घटना मैं घायल होना बताया लेकिन बाद में अज्ञात लोगों द्वारा हमला करने की बात कही. वहीं पत्नी के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया. इन तथ्यों को लेकर दिनेश शक के दायरे में आ गया, फिलहाल दिनेश को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है.