बांसवाड़ा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बांसवाड़ा की टीम ने बुधवार को एक कार्रवाई को अंजाम देते हुए हेड कांस्टेबल को 5 हजार की रिश्वत लेते दबोचा. रिश्वत की यह राशि युवती के अपहरण के मामले को रफा-दफा करने की एवज में वसूली गई. इससे पहले फरियादी से आरोपी हेड कांस्टेबल 10 हजार रुपए पहले ही ले चुका था.
आनंदपुरी थाना अंतर्गत पाट गांव निवासी सुभाष कटारा और ढोडियार गांव के वालचंद निनामा के परिवाद पर एसीबी ने कार्रवाई को अंजाम दिया. एसीबी बांसवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माधोसिंह सोडा के समक्ष 3 मार्च को रिपोर्ट पेश की गई थी. रिपोर्ट में सुभाष कटारा के खिलाफ आनंदपुरी पुलिस थाने में ढोडिया गांव के गट्टू लाल की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई.
इस रिपोर्ट में गट्टू लाल की तरफ से सुभाष के खिलाफ उसकी पुत्री के अपहरण का आरोप लगाया गया. इस मामले की जांच हेड कांस्टेबल मदन सिंह चौहान द्वारा की जा रही थी. हेड कांस्टेबल ने इस मामले को रफा-दफा करने के लिए सुभाष से 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. 10 हजार रुपए हेड कांस्टेबल को दे दिए गए लेकिन कांस्टेबल की तरफ से लगातार बाकी के पैसे की मांग की जा रही थी.
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3 मार्च को रिश्वत मांगे जाने की शिकायत का सत्यापन कराया गया. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोढा के नेतृत्व में राजकुमार सिंह, गणेश लबाना, रतन सिंह, जितेंद्र सिंह झाला और राजेश कुमार निनामा, गणेश प्रसाद आदि की टीम ने गढ़ी में अपना जाल बिछाया. हेड कांस्टेबल मदन सिंह किसी काम से गढ़ी आने वाला था. फरियादी की ओर से जैसे ही हेड कांस्टेबल को 5 हजार की राशि दी गई उसने पैसै अपनी पेंट की जेब में रख ली.
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इस पर पहले से ही वहां घात लगाए बैठी एसीबी की टीम ने हेड कांस्टेबल को दबोच लिया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोढा के अनुसार हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे गुरुवार को एसीबी की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा. फिलहाल एसीबी आरोपी हेड कांस्टेबल से पूछताछ कर रही है.