भीलवाड़ा. जिले के मांडलगढ़ क्षेत्र के मंडिया खेड़ी गांव में कुएं में एक पैंथर गिर गया. घटना की सूचना मिलते ही किसान ने वन विभाग व क्षेत्र के रेंजर दशरथ सिंह व उप वन संरक्षक डीपी जागावत को दी. जिस पर दोनों अधिकारी मौके पर पहुंचे और कोटा से रेस्क्यू टीम बुलाकर पेंथर को 24 घंटे उपरांत बड़ी मुश्किल से सुरक्षित कुएं से बाहर निकाल कर कोटा भिजवाया गया.
भीलवाड़ा उप वन संरक्षक डीपी जागावत ने कहा कि मांडलगढ़ मंडिया खेड़ी गांव में एक किसान अपने खेत पर स्थित कुएं पर डीजल पंप सेट चलाने गया. उस दौरान कुएं में देखने पर पैंथर दिखाई दिया. जहां किसान ने वन विभाग को सूचना दी. जहां हम मौके पर पहुंचे और कोटा से वन विभाग की रेस्क्यू टीम को भी मौके पर बुलाया गया. 24 घंटे के अंतराल में कड़ी मेहनत करने के बाद रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित पैंथर को कुएं से बाहर निकाल लिया और पिंजरे में बंद कर पेंथर को रेस्क्यू टीम कोटा ले गई.
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जागावत ने कहा कि पैंथर लगभग 7 महीने का था और पानी के लिए भटकता हुआ अंधेरे में कुएं में जा गिरा. पैंथर को निकालने के दौरान उप वन संरक्षक डीपी जगावत, क्षेत्र के रेंजर दशरथ सिंह राठौड़, वनपाल सुरेश चौधरी, रामअवतार शर्मा, विमल रेगर, सहायक वनपाल प्रकाश चंद शर्मा, गंदीलाल गुर्जर, नरेश भील, वनरक्षक नंद सिंह पुरावत, लोकेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, रणजीत बलाई, भेरूलाल मीणा, चांदमल रेगर मौजूद रहे.
गर्मी की ऋतु में दिखाई देते हैं पैंथर
भीलवाड़ा जिले के करेड़ा, बदनोर और मांडलगढ़ क्षेत्र में खदान होने के कारण खदानों के मलवे में पैंथर दिखाई देते हैं. जहां यह पैंथर पानी की तलाश में कहीं बाहर गांव के पास आ जाते हैं और हिंसक रूप ले लेते हैं. वर्तमान यह पैंथर मांडलगढ़ क्षेत्र में दिखाई दिया. जहां कुएं में गिरा होने के बाद वन विभाग ने कड़ी मेहनत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया.