बांसवाड़ा. शहर के नई आबादी स्थित एक निजी हॉस्पिटल में मंगलवार दोपहर में अचानक आग लग गई. हालांकि हॉस्पिटल प्रशासन ने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग को बढ़ते देखकर नगर परिषद से अग्निशमन दस्ते को बुलाया गया. गनीमत रही कि घटना के दौरान हॉस्पिटल में बहुत कम पेशेंट थे, जिन्हें तुरंत कहीं और शिफ्ट किया गया. इस बीच फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट के अभाव में नगर परिषद द्वारा हॉस्पिटल सीज कर दिया गया है. वहीं हॉस्पिटल के मरीजों को अन्य हॉस्पिटल भेजा गया है.
दरअसल, आग की यह घटना नई आबादी में संचालित मेवाड़ हॉस्पिटल के चौथे माले पर घटित हुई. दोपहर में अचानक धुआं उठने पर मरीजों और कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई और सब इधर-उधर भागने लगे. हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा फायर सेफ्टी सहित आग बुझाने के अन्य उपकरण का भी इस्तेमाल किया गया, लेकिन आग और बढ़ने लगी.
सूचना पर नगर परिषद का अग्निशमन दस्ता पहुंचा और आग पर काबू पाया गया. यहां भर्ती ऑर्थोपेडिक मरीजों को निचले माले पर शिफ्ट किया गया. हॉस्पिटल के प्रबंधक मुकुल पांडे ने बताया कि इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट के कारण चौथे मंजिल पर आग लग गई. हमने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया. लेकिन आग कंट्रोल में नहीं आई तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलाई गई. साथ ही बताया कि सारे मरीज सुरक्षित है और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है.
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इधर, इस घटना को लेकर फायर सेफ्टी ऑफिसर रमेश पाटीदार मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया. लेकिन हॉस्पिटल प्रबंधन फायर सेफ्टी अनुमति के कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाया और बताया गया कि इसकी फाइल लंबित है. यह देखते हुए पाटीदार ने हॉस्पिटल को सीज कर दिया है.