बांसवाड़ा. जनगणना 2021 को लेकर जिले की तहसील और नगरीय सीमाओं को अंतिम रूप दे दिया गया. शनिवार को जिला कलेक्टर अंतर सिंह मेहरा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक में राजस्व गांव की सीमाएं तय कर दी गईं. कुल मिलाकर जनगणना दो चरणों में होगी. पहला चरण जून 2020 में पूरा होगा.
जनगणना निदेशालय के उप निदेशक अतुल वर्मा अपनी टीम के केसी गुप्ता और एमएल महावर बैठक में उपस्थित रहे. उपनिदेशक वर्मा ने प्रारंभ में जनगणना 2021 के विभिन्न चरणों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि जनगणना कार्य एक निश्चित समय सीमा में पूरा किया जाना है.
जनगणना आयुक्त के निर्देशानुसार जनगणना 2021 का कार्य किया जा रहा है. जो दो चरणों में होगा. प्रथम चरण 16 से 30 जून 2020 तक प्रस्तावित है, जिसमें मकान गणना, मकान सूचीकरण, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अपडेशन का काम होगा तो दूसरा और मुख्य चरण 9 से 29 फरवरी 2021 तक चलेगा.
बैठक के दौरान तहसील राजस्व गांव नगर परिषद और नगर पालिका सीमा और वादों को अंतिम रूप दिया गया. बांसवाड़ा की उप जिला जनगणना अधिकारी शीशपाल ओला के अनुसार जनगणना 2021 के अंतर्गत बांसवाड़ा जिले में 12 तहसील के 1541 राजस्व गांव नगर परिषद बांसवाड़ा के 60 वार्ड और नगर पालिका कुशलगढ़ के बीच और घड़ी प्रतापपुर नगरपालिका के 25 वार्डों में का कार्य होगा.
जिला कलेक्टर नेहरा ने राजस्व अधिकारियों को जनगणना कार्य की समय सीमा को देखते हुए तत्परता से काम करने के दिशा निर्देश दिए. बैठक के दौरान विस्तृत चर्चा के बाद तहसील और नगरीय सीमाओं को अंतिम रूप प्रदान किया गया. बैठक में जिले के सभी उपखंड अधिकारी तहसीलदार नगर परिषद के कमिश्नर और नगर पालिका के अधिशासी अभियंता आदि मौजूद थे. बता दें कि आजादी के बाद देश की यह आठवीं जनगणना होने जा रही है.