कुशलगढ़ (बांसवाड़ा). जानकारी के अनुसार स्थानीय विधायक रमिला खडिया के पोटलिया निवास पर हुई कार्यकर्ताओं की बैठक में सेवादल अध्यक्ष कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष जयंतीलाल कोवालिया के साथ उलझ गए. बात इतनी बढ़ गयी कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई. बाद में विधायक रमिला खड़िया की समझाइश पर मामला शांत हुआ.
हालांकि इस संबंध में विधायक रमिला खडिया ऐसे किसी भी घटना के होने से साफ इनकार करती रही. विधायक ने कहा कि उनके घर पार्टी या संगठन की कोई बैठक थी ही नहीं. केवल चर्चा के लिये कार्यकर्ता बैठे थे. किसी बात को लेकर बहस या हाथापाई जैसा कुछ नहीं हुआ. दरअसल विधायक के आवास पर बैठक चल रही थी, जिसमें कांग्रेस के नगर से लेकर देहात के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंचे. बताया जा रहा हैं कि बैठक में विधायक को लेकर सोशल मीडिया पर चले रहे चर्चें की बात को लेकर मामला बढ़ा.
वहीं किसी बात को लेकर ब्लॉक सेवादल अध्यक्ष सैजाद मकरानी ने कुशलगढ़ कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष जयंतीलाल कोवालिया से हाथापाई शुरू कर दी. पहले पहल तो कांग्रेस इस घटनाक्रम को लेकर टालमटोल करती रही लेकिन जब मामला मीड़िया में आया तो ब्लॉक अध्यक्ष कोवालिया ने मीडिया के सामने आकर बात रखी. उन्होंने बताया कि हाथापाई हुई थी लेकिन बाद में सैजाद ने माफी मांग ली. तो वहीं सैजाद ने ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया हैं.
इधर युथ कांग्रेस के नगर अध्यक्ष महेन्द्र सिंह परमार और नगर महासचिव राहुल डिंडोर ने विधायक पुत्र पर गंभीर आरोप लगाया हैं. दोनों ने आरोप लगाया कि बैठक में 20 से 25 यूथ कांग्रेस के युवा भाग लेने आये थे जहां विधायक पुत्र रोहित खड़िया द्वारा डराया धमकाकर हांथ पांव तोड़ देने की धमकी दी गयी और साथ में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष के साथ मारपीट भी की गयी.
इस बारे में कांग्रेस ब्लॉक प्रवक्ता प्रवीण कटारा और विधानसभा प्रभारी महेश कटारा ने बताया कि उनको विधायक निवास पर बैठक की कोई सूचना नहीं दी गई. योजनाबद्ध तरीके से ब्लॉक अध्यक्ष को बुलाकर मारपीट की गई, जिसकी वो निंदा करते हैं. इस बारे में जिलाध्यक्ष और पार्टी संगठन को लिखित रुप में अवगत कराने कराई गई. इस संबंध में विधायक पुत्र रोहित खड़िया द्वारा आरोपों को नकार दिये गये.